GorakhpurNews: जबरन धर्म परिवर्तन कराने की शिकायत लेकर जनता दरबार पहुंची महिला, सीएम योगी ने दिए ये निर्देश
महिला ने अपनी शिकायत लेकर सीएम योगी के जनता दरबार पहुंची जहां उक्त महिला ने एक मुस्लिम पर जबरन धर्म परिवर्तन कराने की बात कही।
Gorakhpur News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को गोरखनाथ मंदिर में 300 से अधिक लोगों की फरियाद सुनी। सभा कक्ष में मामला तब गम्भीर हो गया जब एक महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मुस्लिम पति मेरा धर्म परिवर्तन करना चाहता है। मुख्यमंत्री ने महिला ने ऐसा नहीं होगा का भरोसा देते हुए अधिकारियों को पूरा प्रकरण देखने का निर्देश दिया। इसके बाद अधिकारी सक्रिय हो गए।
धोखे से शादी कर उसके साथ जबरन धर्म परिवर्तन कराए जाने का भी मामला पहुंचा
सीएम के सामने महिला से धोखे से शादी कर उसके साथ जबरन धर्म परिवर्तन कराए जाने का भी मामला पहुंचा। रामगढ़ताल इलाके की रहने वाली महिला ने सीएम योगी को बताया कि तीन वर्ष पूर्व कोतवाली इलाके के नखास पर रहने वाले अमिरूल हक नाम के व्यक्ति ने धोखे से उससे कोर्ट मैरिज कर ली। अब वह जबरन धर्म परिवर्तन कराना चाहता है। सीएम ने तत्काल अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए।
इसके पहले सीएम योगी के दरबार में जमीन से जुड़ा एक मामला तीन बार पहुंचा। जिसके बाद वह जिलाधिकारी पर नाराज हो गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि स्थानीय स्तर पर लोगों की समस्याओं का समाधान हो जाता तो लोग अपनी समस्याओं को लेकर हर बार उन तक नहीं पहुंचते। निश्चित रूप से कहीं न कहीं अफसर जनता की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं हैं। जनता की समस्या को लेकर अफसरों की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इसके अलावा सउदी अरब में मृत व्यक्ति का शव वतन वापस आने सहित, अधिकारियों द्वारा मामलों में सही रिपोर्ट न दिए जाने और अधिकांश जमीनी विवाद और पुलिस से जुड़े मामले पहुंचे। इसके साथ ही गंभीर बीमारियों का पैसों के अभाव में इलाज नहीं हो पाने के मामलों को भी सीएम ने गंभीरता से लिया।
फटकार के बाद डीएम हुए सक्रिय
गोरखनाथ मंदिर में लगे जनता दरबार में बुधवार को कई ऐसे मामले मुख्यमंत्री योगी के सामने आ गए, जो कि पहले भी उनसे जनता दरबार में मिल चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी उनकी समस्या का निस्तारण नहीं किया है। पीड़ित ने सीएम को बताया कि अधिकारियों की लापरवाही से जमीनी विवाद में किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। यह सुनते ही सीएम योगी वहां मौजूद डीएम के.विजयेन्द्र पांडियन पर भड़क गए। उन्होंने डीएम और एसएसपी को कड़ी फटकार लगाई और तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। सीएम का गुस्सा देख वहां मौजूद अधिकारियों के माथे पर पसीना आ गया।