एकाधिकार के जरिए खुल जाते हैं लूट के अवसर, मरीजों का होता है शोषण : सीसीडब्ल्यूए
केमिस्ट एंड कॉस्मेटिक वेलफेयर एसोसिएशन ने निजी चिकित्सकों एवं नर्सिंग होम द्वारा एकाधिकार स्थापित करने के उद्देश्य से दवाओं की उपलब्धता को सीमित करने की प्रयासों का कड़ा विरोध किया है।
जौनपुर: जौनपुर जिले के अग्रणी दवा संगठन केमिस्ट एंड कॉस्मेटिक वेलफेयर एसोसिएशन ने निजी चिकित्सकों एवं नर्सिंग होम द्वारा एकाधिकार स्थापित करने के उद्देश्य से दवाओं की उपलब्धता को सीमित करने की प्रयासों का कड़ा विरोध किया है। आज गुरुवार को संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला औषधि निरीक्षक से मिलकर जनपद की कपितय निजी चिकित्सकों एवं नर्सिंग होम द्वारा किए जा रहे ऐसे प्रयासों को तत्काल रोकने के लिए उपयोगी कदम उठाने की मांग की।
प्रतिनिधि मंडल द्वारा सौपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि निजी चिकित्सालयों अथवा चिकित्सकों द्वारा लिखी गई कई दवाएं कुछ खास जगहों पर ही मिलने से मरीजों को दिक्कतें भी होती है और उन्हें उसका मनमाना मूल्य देना पड़ता है। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे संगठन के अध्यक्ष महेंद्र गुप्ता ने कहा कि दवाई आवश्यक वस्तु है और उसके लिए ऐसा किया जाना औषधि मूल्य नियंत्रण आदेश 2013 का खुला उल्लंघन है। इस संबंध में हमने औषधि निरीक्षक को आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन उत्तर प्रदेश के लगभग 2 वर्ष पहले दिए गए आदेश की प्रति भी सौंपी है। जिसमें ऐसी प्रवृत्ति पर रोक लगाने और दोषियों के विरुद्ध प्रावधान के तहत सुसंगत धाराओं में कार्यवाही करने के साथ-साथ कार्रवाई का ब्योरा प्रति माह दिए जाने के आदेश है।
संगठन के महामंत्री राजेंद्र निगम ने कहा कि निजी चिकित्सकों एवं चिकित्सालय के साथ-साथ यह प्रवृत्ति सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों में भी बढ़ती जा रही है। शहर ही नहीं ग्रामीण अंचलों के चिकित्सालयों एवं स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचे मरीजों को भी ऐसी दवाई लेने के लिए बाध्य किया जाता है जो चुनिंदा दवा विक्रेताओं के यहां उपलब्ध होती है। ऐसा करने के पीछे उनकी व्यवसायिक चालाकियां होती है। जिससे वह एकाधिकार का लाभ उठाकर मरीज को अपनी चहेती दुकान से दवाई खरीदने के लिए बाध्य कर देते हैं। इस कारण से मरीजों को कई तरह के नुकसान उठाते हुए समझौते करने पड़ते हैं।
औषधि निरीक्षक अमित बंसल ने प्रतिनिधि मंडल द्वारा की गई मांग को ध्यानपूर्वक सुना और यथोचित कार्रवाई का आश्वासन दिया साथ ही उन्होंने दवा विक्रेताओं से अनुरोध किया की जनपद की सभी दवा व्यवसाई ट्यूबरक्लोसिस की दवाओं की बिक्री का विवरण नियमानुसार नियमित रूप से प्रतिमाह कार्यालय में जमा करते रहे साथ ही साथ नारकोटिक्स दवाओं की खरीद और बिक्री का स्टाक रजिस्टर समुचित प्रमाणों के साथ अपडेट रखें। प्रतिनिधिमंडल में महामंत्री राजेंद्र निगम, संयोजक दिलीप गुप्ता, लल्लन यादव, उपाध्यक्ष अश्विनी श्रीवास्तव , सुनील श्रीवास्तव, हरीश त्रिपाठी के साथ-साथ इरफान अहमद, सुनील चौरसिया, भूपेंद्र सिंह, ओम प्रकाश मौर्य रिटेलर्स फोरम के अध्यक्ष ध्रुव जायसवाल सचिव धर्मेंद्र गुप्ता आदि लोग मौजूद रहे।