Sonbhadra News: प्रशासन ने कांग्रेस नेताओं को उम्भा जाने से रोका, हिरासत में 28 नेता
उम्भा जाने के दौरान कांग्रेस नेता को पुलिस प्रशासन ने रोक दिया जिसके बाद कांग्रेस नेता धरना पर बैठ गए।
Sonbhadra News: उभ्भा कांड की दूसरी बरसी पर शनिवार को उभ्भा गांव की सीमा पूरी तरह सील रखी गई। गांव में 86 व्यक्तियों और बाहरी लोगों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रखा गया। घटनास्थल पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम मनाने जा रहे कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामराज गोंड़ सहित अन्य कार्यकर्ताओं को गांव के बाहर बैरियर पर ही रोक दिया गया। इससे खफा कांग्रेसी धरने पर बैठ गए और सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे। प्रशासन और पुलिस के लोगों ने समझाने बुझाने की कोशिश की बात नहीं बनी तो जिला अध्यक्ष सहित 28 कांग्रेस के नेता को हिरासत में ले लिया गया।
उभ्भा कांड को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी लड़ाई की स्थिति बनी हुई है
सभी को पुलिस सुरक्षा में घोरावल स्थित आश्रम पद्धति विद्यालय में रखा गया है। बताते चलें कि 17 जुलाई 2019 को एक गांव में जमीन पर कब्जे को लेकर हुए संघर्ष में 11 आदिवासियों की मौत हो गई थी। उस समय यह मामला कई दिनों तक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में छाए रहने के साथ ही सत्ता पक्ष और कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के बीच लंबे समय तक सियासी तकरार का केंद्र बना रहा था। अभी भी उभ्भा कांड को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी लड़ाई की स्थिति बनी हुई है।
पूर्व संध्या पर है गांव की सीमा सील कर दिया था
विधानसभा चुनाव नजदीक आता देख इस पर भी यह मामला गरमाने लगा। इसको देखते हुए प्रशासन की तरफ से पूर्व संध्या पर है गांव की सीमा सील करने के साथ ही गांव की तरफ आने वाले सभी रास्तों पर बैरियर लगा दिए गए। शुक्रवार की देर शाम से ही सभी बैरियरों के साथ ही कार्यक्रम स्थल और गांव के संवेदनशील प्वाइंट पर पुलिस और पीएसी का पहरा बिठा दिया गया। शनिवार को सुबह धूप खिलने के साथ ही एसडीएम सुशील यादव, सीओ घोरावल उभ्भा पहुंच गए और गांव की गतिविधियों तथा गांव में आने वाले रास्ते पर चल रही आवाजाही पर नजर रखनी शुरू कर दी।
दोपहर बाद उभ्भा बरसी कार्यक्रम में शिरकत के लिए गांव की तरफ जाने वाले मोड़ पर जैसे ही जिलाध्यक्ष रामराज सिंह गोंड़ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को लेकर पहुंचे, पुलिस ने रोक दिया। इस पर नाराजगी जताते हुए कांग्रेसी धरने पर बैठ गए और शासन-प्रशासन विरोधी नारेबाजी शुरू कर दी। एसडीएम ने समझा-बुझाकर कांग्रेसियों को वहां से हटाने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी। तब सभी को पुलिस के जरिए हिरासत में ले लिया गया।
इसके बाद पीएसी के वाहन से सभी को घोरावल बाजार स्थित आश्रम पद्धति विद्यालय पर ले आया गया। बरसी की अवधि समाप्त होने तक के लिए हिरासत में लिए गए सभी लोगों को पुलिस सुरक्षा में रखा गया है। जिलाध्यक्ष रामराज गोंड़ ने बताया कि जिला उपाध्यक्ष अरविंद सिंह, संगीता श्रीवास्तव, जिला सचिव शत्रुंजय मिश्रा, लल्लूराम पाण्डेय, संतोष नेताम, रामेश्वर यादव, नामवर कुशवाहा वंशीधर पांडेय, आकृति निर्भया, बद्री गोंड़, सहित 28 को हिरासत में लिया गया है।
कांग्रेस ने कहा सरकार लोकतंत्र को कुचल रही है
कांग्रेसियों का कहना था कि सरकार के इशारे पर लोकतंत्र को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है। वह लोग शांतिपूर्ण तरीके से उभ्भा कांड की बरसी मनाने जा रहे थे लेकिन उन्हें रास्ते में ही रोक कर हिरासत में ले लिया गया। कहा कि सरकार पुलिस-प्रशासन के बल पर जनता की आवाज दबाने का काम कर रही है। जनता भी इसे समझ रही है। 2022 में जनता इसका जवाब देकर रहेगी।
बता दें कि उभ्भा कांड के समय पुलिस और प्रशासन की घेरेबंदी तोड़कर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी तक पहुंचने वाले उभ्भा निवासी रामराज गोंड़ को ही जिले की कमान सौंप दी गई है। 2019 में जमीन को लेकर हुए संघर्ष में एक पक्ष से रामराज का सीधा जुड़ाव है। ऐसे में उभ्भा कांड की बरसी पर कहीं से कोई अप्रिय परिस्थिति ना बन जाए, इसके मद्देनजर पुलिस और प्रशासन के लोग पूरे दिन वहां मुस्तैदी से बने रहे।
प्रशासन ने 14 की ही गिरफ्तारी दिखाई है और उनका शांति भंग में चालान कर दिया है
1,जिला अध्यक्ष रामराज सिंह गौड़ 2।
जिला महासचिव बद्री सिंह गौड़
3,
ब्लॉक अध्यक्ष चोपन संतोष सिंह नेताम
4.ब्लाक अध्यक्ष घोरावल लल्लू राम पांडेय
5.ब्लाक अध्यक्ष कर्मा वसिधर देव पांडेय
6. जिला सचिव रामेश्वर यादव
7. रामप्यारे ब्लॉक उपाध्यक्ष
8. राम कुबेर गोड
9. राम सकल
10 नामवर कुशवाहा पूर्व जिला अध्यक्ष
11. मुराद अली जिला उपाध्यक्ष
12. रामनरेश सिंह गोंड
13. रामखेलावन सिंह गौड़
14. राजू सिंह गौड़