Basti News: दुबौलिया ब्लॉक के ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी पर लाखों के घोटाले का आरोप, CDO ने दिए जांच के आदेश

Basti News: बस्ती जिले के दुबौलिया ब्लॉक के ग्राम पंचायत धर्मूपुर के ग्रामीणों ने सरकार के विभिन्न योजनाओं में ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी पर लाखों के घोटाले का आरोप लगाया है। ग्रामीणों की शिकायत पर मुख्य विकास अधिकारी बस्ती ने पीडी को जांच के आदेश दिए हैं और जांच में सत्यता पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।

Written By :  Amril Lal
Published By :  Durgesh Bahadur
Update: 2021-08-02 11:08 GMT

बस्ती जिले के दुबौलिया ब्लॉक में सरकारी योजनाओं में ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी पर लाखों के घोटाले का आरोप

Basti News: प्रदेश में जहां बीजेपी भ्रष्टाचार खत्म करने को लेकर 2017 में सरकार बनाई। वहीं उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में अधिकारियों की लापरवाही से भ्रष्टाचार कम होने का नाम नहीं ले रहा। जिले के दुबौलिया ब्लॉक के ग्राम पंचायत धर्मोपुर के ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि नाली निर्माण, नाली खुदाई, तालाब की खुदाई ,आरसीसी सड़क और प्रधानमंत्री आवास में ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी की मिलीभगत किया गया। वहीं लाखों के घोटाले की ग्रामीणों की शिकायत पर मुख्य विकास अधिकारी बस्ती ने पीडी को जांच के आदेश दिए हैं। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि अगर जांच में सत्यता पाई गई, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि बस्ती जिले के दुबौलिया ब्लॉक के धर्मूपुरगांव में जहां ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी की मिलीभगत से जनता का पैसा गांव के विकास के नाम पर निकाल लिया गया, लेकिन जमीन पर कोई कार्य नहीं हुआ।  ग्रामीणों ने सीधा आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत की मिलीभगत से हमारे गांव में भारतीय स्टेट बैंक के पीछे से सुघवा तालाब तक नाला खुदवाया गया और नाला खुदवाने के बाद नाले का निर्माण कराया गया था, लेकिन ना तो पूरा नाला खुदवाया गया, ना ही पूरे नाले का निर्माण करवाया गया। सारा पैसा ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी की मिलीभगत से निकाल लिया गया। इसके साथ ही ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि राम जानकी मार्ग से बिफई के घर तक आरसीसी रोड बनवाया गया, जिसका दो-दो बार पेमेंट ले लिया गया।

आवास ना मिलने से पन्नी तान कर जीवन-यापन करने को मजबूर ग्रामीण-

ग्रामीण राम सुरेश पटवा ने आरोप लगाया कि मैं पन्नी तानकर अपना जीवन-बसर करता हूं, लेकिन जहां सरकार बार-बार गरीबों को प्रधानमंत्री आवास देने की बात करती है, वहीं उनके ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी की मिलीभगत से आज तक हमको प्रधानमंत्री आवास नहीं मिला। अपात्रों को एक-एक घर में तीन-तीन आवास दिए हैं। इस बरसात में हम किसी तरह अपना जीवन-यापन पन्नी तानकर कर रहे हैं।

आवास ना मिलने से पन्नी तान कर जीवन-यापन करने को मजबूर ग्रामीण

अधिकारियों को कई बार प्रार्थना पत्र दिया गया, लेकिन ना तो कोई अधिकारी कोई कार्रवाई कर रहा और ना ही प्रधान द्वारा मुझे आवास दिया जा रहा। बरसात हो जाने पर मेरा सामान सब भीग जाता है। दो-दो दिन हम लोग खाना तक नहीं खाते हैं। खाना बनाने वाला सामान सब आटा, चावल भीग जाता है। 

वहीं, ग्रामीण देवव्रत सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी की मिली भगत से नाली निर्माण का पैसा निकाल लिया गया है। नाली बनी ही नहीं। सारा पानी गांव में भरता है, जिसकी वजह से ग्रामीणों के घरों में पानी भर जाता है, जिससे ग्राम सभा में बीमारी फैल रही है। ना तो इस पर कोई अधिकारी ध्यान दे रहे हैं, ना ही नेता, विधायक। ग्रामीणों का यह भी कहना था कि कई बार अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया गया, लेकिन ग्राम प्रधान के दबाव के चलते अधिकारी कोई कार्रवाई ग्राम प्रधान के ऊपर नहीं कर रहे हैं।

वहीं, मुख्य विकास अधिकारी बस्ती राजेश कुमार प्रजापति ने कहा कि धर्मोपुर ग्राम पंचायत की जांच के लिए टीम गठित कर जांच कराने के लिए निर्देशित कर दिया गया है। जांच में जो भी रिपोर्ट आएगा दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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