Varanasi News: पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मोदी की बड़ी कोशिश, रो-रो सेवा के साथ क्रूज का दिया तोहफा

पीएम मोदी ने वाराणसी को लोगो को रो-रो व क्रूज सेवा का तोहफा दिया है जिससे वाराणसी के लोगों में हर्ष का माहौल है।

Report :  Ashutosh Singh
Published By :  Deepak Raj
Update:2021-07-15 22:17 IST

पीएम मोदी ने वाराणसी में  क्रूज सेवा की शुरूआत कराया

Varanasi News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को करोड़ों की परियोजनाओं में से एक गंगा में चलने वाले रो-रो, क्रूज़ का लोकार्पण किया। इन योजनाओं का शुभारंभ होने से पर्यटन को बढ़ावा मिलना तय है। साथ ही पर्यटक गंगा की लहरों में लुफ्त उठाएंगे। गंगा से पर्यटक सीधे श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का भी दर्शन कर सकेंगे।रो-रो और जलयान पीपीपी माडल पर गंगा में संचालित होंगे।

इसकी मानीटरिंग पर्यटन विभाग करेगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज से जो रो-रो सेवा और क्रूज़ बोट का संचालन शुरु हुआ है, इससे काशी का टूरिज्म सेक्टर और फलने-फूलने वाला है।यही नहीं मां गंगा की सेवा में जुटे हमारे नाविक साथियों को भी बेहतर सुविधाएं दी जा रही हैं।डीजल नावों को सीएनजी में बदला जा रहा है। इससे उनका खर्च भी कम होगा, पर्यावरण को भी लाभ होगा और पर्यटक भी आकर्षित होंगे।


रो-रो सेवा की शुरुआत वाराणसी से की गई


कारोनो संक्रमण के चलते पर्यटन उद्योग पूरी से बंद हो गया है।होटल, रेस्टोरेंट, ट्रैवेल्स से जुड़े वाहन खड़े हैं। होटल संचालक खर्च तक नहीं निकल पा रहे हैं। वे आधे कर्मचारियों के साथ होटल खोले हैं।रेस्टोरेंट में भी कम भीड़ हो रही है। गंगा के किनारे विदेशियों से फुल रहने वाले होटल, गेस्ट हाउस खाली पड़े हैं। बनारस में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रो-रो (रोल-आन-रोल-आफ पैसेंजर शिप) जहाज डबल एंडेड फेरी सेवा शुरू होगा। भारत सरकार की पहल पर भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने बनारस को दो रो-रो दिया है।


वाराणसी में क्रूज सेवा की शुरूआत की गई


एक रो-रो का नाम विवेकानंद क्रूज और दूसरे का सैममाणिक साव क्रूज है। इसमें 200 पर्यटकों के बैठने की व्यवस्था है। अंदर एक हाल में पांच बेड लगे हुए हैं जो आपातकालीन परिस्थितियों में पर्यटकों को आराम करने के लिए बनाए गए हैं।इसके अलावा वाशरूम और शौचालय की भी सुविधा है। फिलहाल रो-रो का संचालन बनारस से चुनार तक होगा। बाद में इसे प्रयागराज तक संचालित किया जाएगा।

इसी प्रकार राजघाट से अस्सी तक एक और जलयान संचालित होगा। इसके लिए राजघाट और अस्सी पर टिकट काउंटर बनने के साथ पर्यटकों के बैठने की व्यवस्था की गई है।पंचकोसी मार्ग और रामेश्वर में विश्राम स्थल बनने से दर्शनार्थियों को काफी सुविधा होगी।


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