Raebareli News: ईद मिलादुन नबी पर रौशनी देखने उमड़ा जनसैलाब
Raebareli News: रबी उल अव्वल को लेकर मुस्लिम समाज के लोग घरों व मस्जिदों की साफ-सफाई, रंग रोगन व इलेक्ट्रिक झालरों से सजावट करने में लगे हुए हैं।
Raebareli News: रबी उल अव्वल का चांद 4 सितंबर को दिखाई देने के बाद मुस्लिम समाज में खुशी का माहौल है। आज 16 सितंबर है। आज पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन मनाया जा रहा है। लोग घरों और मस्जिदों की सजावट कर रहे हैं।
रबी उल अव्वल महीने में चांद की 12 तारीख यानी 16 सितम्बर को मुसलमान के आखिरी पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन मनाया जाता है। यह त्योहार पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्म की खुशी में मनाया जाता है। यह इस्लामिक कैलेंडर के तीसरे महीने रबी-उल-अव्वल की 12 तारीख को होता है। रबी-उल अव्वल का चांद नजर आने के बाद मुस्लिम मोहल्लों में खुशी की लहर है। रबी उल अव्वल को लेकर मुस्लिम समाज के लोग घरों व मस्जिदों की साफ-सफाई, रंग रोगन व इलेक्ट्रिक झालरों से सजावट करने में लगे हुए हैं। घरों पर इस्लामिक झंडा लगाकर अपने प्यारे नबी की आमद का इंतजार कर रहे हैं।
16 सितंबर को निकलने वाले जुलूस-ए-मोहम्मदी में शामिल होने के लिए लोग नए कपड़े सिलवाए हैं। बाजार में इस्लामी झंडा, बैनर पोस्टर, साफा, टैटू, माथे की पट्टी व हरे गमछे की बिक्री जोरों पर है। युवा कमेटी के अध्यक्ष ने बताया कि हजरत मुहम्मद मुस्तफा सल्लालहो अलैह वसल्लम हमारे आखिरी नबी हैं। उनका जन्मदिन मनाने के लिए मिलाद की महफिल, कुरआन ख्वानी, फातिहां ख्वानी, नात ख्वानी आदि पहली रबी-उल अव्वल से शुरू हो चुका है। इस मौके पर हर मुसलमान को चाहिए कि उनकी जीवनी पढ़े और उनकी सुन्नतों पर अमल करे। कहा कि पैगंबर साहब खुद मानवता की एक बहुत बड़ी मिसाल थे। मान्यताओं के अनुसार रबीउल अव्वल की 12वीं तारीख को ही मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था। इस पर्व को ईद मिलादुन्नबी भी कहते हैं। त्योहार को लेकर सारी तैयारियां पूरी की जा रही हैं। ऊंचाहार में उठने वाले जुलूस का नेतृत्व युवा कमेटी करती है जुलूस की तैयारी जोरों से चल रही है।