Raebareli News: आपदा प्रबंधन समिति की कार्यशाला, कारण और निवारण पर चर्चा
Raebareli News: आपदा प्रबंध समिति के सदस्य अविनाश ने कहा कि लोगों में सिविक सेन्स का होना भी ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्तर पर कई प्रयासों के बावजूद लोग सीट बेल्ट और हेलमेट लगाना ज़रूरी ना समझ कर मजबूरी समझते हैं।;
Raebareli News: जनपद में आपदा प्रबंधन समिति की कार्यशाला का आयोजन किया गया। एकता विहार के सामुदायिक केंद्र में आयोजित इस कार्यशाला के दौरान जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के साथ सभी जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान दैवीय आपदा के कारण और निवारण पर चर्चा हुई। रायबरेली आपदा प्रबंधन समीक्षा के दौरान ज़िले में मार्ग दुर्घटनाओं पर चिंता जताई गई है।
कार्यशाला का आयोजन करने यहां पहुंचे आपदा प्रबंध समिति के सदस्य अविनाश ने कहा कि लोगों में सिविक सेन्स का होना भी ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्तर पर कई प्रयासों के बावजूद लोग सीट बेल्ट और हेलमेट लगाना ज़रूरी ना समझ कर मजबूरी समझते हैं।
अविनाश ने सर्प दंश के दौरान हुई मौतों के मामलों में दिए जाने वाले चार लाख की राशि के लिए बताया कि जगरूकता के अभाव में लोग पोस्टमार्टम नहीं कराते जिस कारण से मुआवज़ा मिलना असंभव हो जाता है। अविनाश ने कहा कि यह हम सब की ज़िम्मेदारी है कि लोगों को उनके अधिकार और कर्तव्य के प्रति जागरूक करें जिससे सरकारी लाभ मिलना आसान बन सके।
रायबरेली उत्तर प्रदेश विधान परिषद की आपदा प्रबंधन जांच समिति ने रायबरेली जिला प्रशासन की जमकर सराहना की है। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर के निर्देशन में पूरी टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया है, जिसके लिए समिति ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अमृता सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन सिद्धार्थ और जिलापंचायत राज अधिकारी सौम्यशील सिंह की मंच से सराहना की है।
हालांकि, समिति ने मार्ग दुर्घटनाओं में हो रही बढ़ोत्तरी को लेकर चिंता जताई है। रायबरेली विकास प्राधिकरण के सामुदायिक केंद्र रतापुर में ग्राम प्रधानों के साथ आयोजित कार्यशाला में यह मामला उठाया गया है। वही आपदा प्रबंधन समिति की कार्यशाला का आयोजन किया गया है। एकता विहार के सामुदायिक केंद्र में आयोजित इस कार्यशाला के दौरान जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के साथ सभी जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान दैवीय आपदा के कारण और निवारण पर चर्चा हुई। ख़ास बात यह रही कि रायबरेली का आपदा प्रबंधन समीक्षा के दौरान उच्च स्तरीय पाया गया जबकि ज़िले में मार्ग दुर्घटनाओं पर चिंता जताई गई है। हालांकि मार्ग दुर्घटना में हो रही मौतों के ज़्यादातर मामलों में व्यक्तिगत लापरवाही ही सामने आई है। कार्यशाला का आयोजन करने यहां पहुंचे आपदा प्रबंध समिति के सदस्य अविनाश ने कहा कि लोगों में सिविक सेन्स का होना भी ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्तर पर कई प्रयासों के बावजूद लोग सीट बेल्ट और हेलमेट लगाना ज़रूरी ना समझ कर मजबूरी समझते हैं। वहीं आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य अविनाश ने सर्प दंश के दौरान हुई मौतों के मामलों में दिए जाने वाले चार लाख की राशि के लिए बताया कि जगरूकता के अभाव में लोग पोस्टमार्टम नहीं कराते जिस कारण से मुआवज़ मिलना असंभव हो जाता है। अविनाश ने कहा कि यह हम सब की ज़िम्मेदारी है कि लोगों को उनके अधिकार और कर्तव्य के प्रति जागरूक करें जिससे सरकारी लाभ मिलना आसान बन सके।