Raebareli News: किसानों की बड़ी समस्या! धान क्रय केंद्र तक पहुँचना हो रहा मुश्किल, प्रशासन कर रहा है लंबे चौड़े दावे
Raebareli News: हमारे संवाददता नरेंद्र सिंह ने जब धान क्रय केंद्र का जायज़ा लिया तो स्थिति प्रशासन के दावों से उलट दिखी। केंद्र के बाहर गाड़ियों का जमावड़ा है।
Raebareli News: सरकारी दावों के उलट हक़ीक़त को कुतूहल करने को जिला प्रशासन तैयार ही नहीं है। वाक़या किसानों के धान ख़रीद से जड़ा हुआ है। डिप्टी एआरएमओ सोनी गुप्ता का दावा है कि मंडी परिषद व परिवहन महकमेको भी निर्देश दिए गए हैं कि किसानों को धान लाने में कोई समस्या ना हो। मंडी परिषद कि ज़िम्मेदारी बनती है कि वह यह सुनिश्चित करें कि किसानों को अपना ध्यान बेचने में कोई परेशानी हो।
लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि मंडी परिषद में धान क्रय केंद्र खोल तो दिया गया है एक बोर्ड लगा दिया गया है । लेकिन धान खरीद केंद्र पर सब्ज़ी बेचने वालों का कब्ज़ा है। हमारे संवाददता नरेंद्र सिंह ने जब धान क्रय केंद्र का जायज़ा लिया तो स्थिति प्रशासन के दावों से उलट दिखी। केंद्र के बाहर गाड़ियों का जमावड़ा है। अगर कोई कोई किसान धान लेकर आ जाये तो केंद्र तक आसानी से नही पहुंच सकता है।
डिप्टी एआरएमओ सोनी गुप्ता ने बताया कि रायबरेली जिले में 91 खरीद केंद्र खोले गए हैं पिछले साल यह 81 केंद्र थे । किसानों की सुविधाओं के लिए बैठने और धान के लिए डस्टर कांटा छल्ला सब व्यवस्था की गई है। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे आयें और अपना धान सरकार को बेचे।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा कॉमन धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2183 रखा गया है जबकि ग्रेड ए धान का मूल्य 2203 रखा गया है।सभी किसान भाइयों को पीएफएमएस के माध्यम से उनका पैसा दिया जाएगा। किसानों का 48 घंटे में पैसा उनके अकाउंट में आ जाएगा।उन्होंने कहा कि सभी किसान अपना आधार एकाउंट से लिंक करा दें ताकि कोई असुविधा ना हो।उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से एक लाख पचासी हजार मीट्रिक टन धान की ख़रीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
हमारे यहां पीएससी के 42 और खाद्य विभाग के 32 सेंटर,पीसीयू के 12 सेंटर एफसीआई के पांच केंद्र खोले गए अभी दो-तीन दिन में और भी 6 सेंटर खोले जा रहे हैं।