राफेल लाने वाला बलिया का सपूत, गांव में आज मनाई गई दीपावली

उन्होंने बताया कि फ्रांस जाने से पहले मनीष ने फोन करके कहा था कि माँ, मैं राफेल लाने जा रहा हूँ।

Update: 2020-07-29 12:10 GMT

बलिया । फ्रांस से राफेल लाने वाली टीम में बलिया जिले के एक सपूत मनीष सिंह के शामिल होने को लेकर मनीष के गांव में आज दीपावली सरीखा दृश्य दिखाई दे रहा है । बांसडीह तहसील क्षेत्र के बकवा गांव में आज जश्न का माहौल है । देश की धरती पर राफेल के लैंडिंग करने के साथ ही गांव के युवाओं ने जमकर पटाखे फोड़े व आतिशबाजी की । मनीष की इस उपलब्धि पर गांव के रहने वाले गर्व और खुशी से सराबोर हैं ।

गांव में आज अजब खुशी का माहौल

जिले के बांसडीह तहसील क्षेत्र के बकवा गांव के रहने वाले आज गर्व से रोमांचित हैं । गांव में आज अजब खुशी का माहौल है। भारत माता की जय के साथ भृगु बाबा की जय के उद्घोष से पूरा गांव गूंज रहा है। फ्रांस से आयी राफेल विमान ने आज हिन्दुस्तान की धरती पर लैंड किया । विमान लाने वालों में विंग कमांडर मनीष सिंह भी है । मनीष बकवा गांव का ही रहने वाला है । इस सूचना के बाद जिले में खुशी की लहर है । बकवा गांव में आज दीपावली का दृश्य दिखाई दे रहा है । 38 वषींय मनीष सिंह के पिता सेवानिवृत सैनिक मदन सिंह व माता उमिंला देवी को आज अपने बेटे पर फख्र की अनुभूति हो रही है ।

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माँ, मैं राफेल लाने जा रहा

मदन सिंह कहते हैं कि यह मेरे लिए नहीं, पूरे देश के लिए गर्व की बात है । माँ उमिंला देवी खुशी से सराबोर होते हुए परमेश्वर को याद कर रही है । उर्मिला देवी ने कहा कि मेरा बेटा मनीष पूरे देश का बेटा है। यह गौरव परिवार, गांव व जनपद के साथ पूरे देश का हैं। उन्होंने बताया कि फ्रांस जाने से पहले मनीष ने फोन करके कहा था कि माँ, मैं राफेल लाने जा रहा हूँ। ट्रेनिंग के बाद राफेल लेकर आऊंगा। मनीष के दादा पुण्यदेव सिंह भी पूर्व सैनिक हैं। राफेल के हिंदुस्तान की धरती पर आने का स्वागत वह सैल्यूट करके देते हैं। वह कहते हैं कि आज उनका सीना गर्व से चौड़ा हो गया है।

मनीष की चचेरी बहन अंजली कहती हैं कि भइया ने रक्षाबंधन से पहले देश की सभी बहनों को एक बड़ा तोहफा दिया है। मनीष के छोटे भाई अनीश सिंह ने बताया कि भइया को छह माह के प्रशिक्षण के लिए फ्रांस भेजा गया था। लॉकडाउन होने से तीन महीने और वहां रूकना पड़ा। मनीष के मां-बाप के साथ भाई-बहनों व समस्त परिजनों को बधाई देने के लिए होड़ लगी हुई है । मनीष के घर पर पूरा गांव व इलाका उमड़ पड़ा है । गांव के लोगों की कतार लगी है।

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गांव के युवाओं ने जमकर जश्न मनाया

देश की धरती पर राफेल के लैंडिंग करने के साथ ही गांव के युवाओं ने जमकर जश्न मनाया । युवाओं ने जमकर पटाखे फोड़े व आतिशबाजी की । अपने परिवार में दो भाई व दो बहनों में सबसे बड़े विंग कमांडर मनीष की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही एक निजी स्कूल नूतन शिक्षा निकेतन में हुई है । छठवीं कक्षा तक गांव में पढ़ाई करने के बाद उनकी उच्च शिक्षा करनाल के कुंजपुरा स्थित सैनिक स्कूल से हुई । इनके पिता सेना में सेवारत रहते समय यहीं रहे ।

मनीष वर्ष-2002 में इंडियन एयरफोर्स में पायलट हुए। अंबाला व जामनगर के बाद दो वर्ष पूर्व वर्ष 2017-2018 में इनकी तैनाती गोरखपुर में थी। गोरखपुर में तैनाती के समय मनीष अपने गांव बकवां आए थे। विंग कमांडर मनीष का विवाह वर्ष 2014 में लखनऊ की कंप्यूटर इंजीनियर वृत्तिका सिंह से हुआ था। इन्हें एक पुत्र काविन सिंह भी है । पत्नी कंप्यूटर इंजीनियर वृत्तिका सिंह इस समय अपने बेटे सात वर्षीय काविन सिंह के साथ लखनऊ में है।

रिपोर्टर-अनूप कुमार हेमकर, बलिया

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