Raja Bhaiya Statement : हिन्दू धर्मस्थल तोड़कर मंदिर नहीं बनाता, संभल के पत्थरबाजों को भी दी नसीहत
Raja Bhaiya Statement : राजा भैया ने सदन में कहा कि सनातनी और हिन्दू होने के नाते यदि न्यायालय किसी भी मंदिर पर सर्वे का आदेश करती है तो किसी सनातनी को आपत्ति नहीं होती है।
Raja Bhaiya Statement : उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हुआ है। सत्र में चर्चा के दौरान प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने संभल हिंसा और कुंदरकी चुनाव के मुद्दे को उठाते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हमने (सनातनी) कभी भी किसी धर्मस्थल को तोड़कर मंदिर नहीं बनाए हैं। हम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं।
राजा भैया ने सदन में कहा कि सनातनी और हिन्दू होने के नाते यदि न्यायालय किसी भी मंदिर पर सर्वे का आदेश करती है तो किसी सनातनी को आपत्ति नहीं होती है। उन्होंने कहा कि हमने किसी के धर्मस्थल तोड़कर मंदिर नहीं बनाए हैं। उन्होंने संभल हिंसा का जिक्र किया और कहा कि जो सर्वे हुआ, वह न्यायालय के आदेश पर हुआ है। क्या पत्थरबाजी करने से न्यायालय का कोई आदेश बदल जाता है? उन्होंने कहा कि हम सनातनी कभी पत्थरबाजी नहीं करते हैं। हम न्यायालय के निर्णय का सम्मान करते हैं।
यह गंभीर मामला
उन्होंने आगे कहा कि किसी भी न्यायालय के आदेश को बदलने के लिए क्या करना चाहिए? क्या पत्थरबाजी करनी चाहिए थी, या उनको बड़ी अदालत में जाना चाहिए था? उन्होंने कहा कि पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए। यह बहुत ही गंभीर मामला है, पत्थरबाजी के दौरान जो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, उनके प्रति कोई संवेदना नहीं व्यक्त की गई है।
चर्चा होगी तो सच्चाई सामने आएगी
उन्होंने कहा कि सर्वे का काम शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था। शासन और प्रशासन का काम न्यायालय के निर्णय को लागू कराना होता है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया कि इस मुद्दे पर चर्चा कराई जाएगी तो बहुत सी सच्चाई सामने आएगी।
संभल की तरह बहराइच में हिंसा
उन्होंने आगे कहा कि संभल की ही तरह बहराइच में हिंसा हुई। यहां 22 साल के राम गोपाल मिश्रा की निर्मम हत्या कर दी गई, उसकी चार महीने पहले ही शादी हुई थी। निर्ममता की हद ये है कि उसके शरीर पर कई गोलियां मारी गईं। यही नहीं, हाथ से नाखून भी निकाल लिए गए थे।
हिन्दू कैसे जीत गया?
राजा भैया ने विधानसभा उपचुनाव में कुंदरकी से विधायक चुनकर आए ठाकुर रामवीर सिंह पर सपा विधायक नवाब इकबाल महमूद के बयान का मुद्दा उठाया। उन्होंने उनके बयान 'कुंदरकी में वोट की लूट हुई है। ये वोट लूट करके विधायक बन गए हैं वरना 65 फीसदी मुसलमान हैं और 35 फीसदी हिन्दू मतदाता हैं, रामवीर सिंह कैसे जीत गए' पर कहा कि जिन विधानसभाओं में मुस्लिम मतदाता की संख्या हिन्दू से कम हैं, क्या वहां लूट करके विधायक बनते हैं? क्या हिन्दू बाहुल्य विधानसभाएं हैं वह मुसलमान को वोट नहीं देती हैं? उन्होंने कहा कि ये धरती का सबसे बड़ा आश्चर्य है कि जब 65 फीसदी मुस्लिम हैं, तो हिन्दू कैसे जीत गया?
क्या मान लिया जाए वोटों की लूट हुई है?
उन्होंने कहा कि ठाकुर रामवीर सिंह इस सदन के सम्मानित सदस्य हैं, जिनको लुटेरा कहकर अपमानित किया जा रहा है, जो गलत है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जहां हिन्दू मतदाता अधिक हैं, वहां हिन्दू विधायक को जीतना चाहिए और जहां मुस्लिमों की संख्या 50 फीसदी से अधिक है, वहां मुस्लिम विधायक को ही जीतकर आना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो क्या मान लिया जाए, वहां वोटों की लूट हुई है? उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से ऐसी बातों को सदन की कार्रवाई से हटाने की मांग की है।