Raja Bhaiya: अपने रिश्ते को पीछे छोड़ अब 'किसकी' लड़ाई में कूद पड़ीं राजा भैया की पत्नी भानवी कुमारी
Raja Bhaiya: तलाक की चर्चाओं के बीच राजा भैया की पत्नी भानवी कुमारी ने सोशल मीडिया पर एक अलग ही लड़ाई शुरू की है।
Raja Bhaiya Wife Bhanvi Kumari: जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कुंडा विधायक रघुराज प्रताप ऊर्फ राजा भैया का उनकी पत्नी भानवी कुमारी से तलाक का केस फैमली कोर्ट में चल रहा है। भानवी कुमारी अक्सर सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री तो कभी गृहमंत्री से न्याय की गुहार लगाती भी नजर आती हैं। लेकिन अब भानवी कुमारी ने अपनी लड़ाई को पीछे छोड़ दिया है। भानवी कुमारी ने एक्स (ट्विटर) में पोस्ट करते हुए लिखा कि अब मेरी लड़ाई सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि समाज की हर उस जरूरतमंद महिलाओं के लिए है, जिसकी सुनवाई नहीं होती।
भानवी कुमारी, राजा भैया से अपने तलाक के केस को लेकर लगातार चर्चा में बनीं हुई है। दरअसल, मामले की शुरुआत में भानवी कुमारी ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि उनकी एफआईआर नहीं दर्ज हो रही और केस की सुनवाई नहीं हो रही है। इसके बाद तब से लेकर अब तक उन्होंने कई बार सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि उनके केस में लापरवाही और एकतरफ जांच हो ही है। उन्होंने ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने कई बार मीडिया से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से अपना पक्ष रखने की कोशिश की। एक पोस्ट में उन्होंने लिखा कि "कभी कभी सोचती हूँ जब रियासत, राजघरानों से संबंधित महिलाओं को अपने सम्मान, गरिमा की रक्षा के लिए इतना संघर्ष करना पड़ता है। सरकार से याचना करनी पड़ती है और एक आईओ भी किसी की शह पर धमकी भरी भाषा में बात कर सकता है तो आम महिलाओं के साथ क्या होता होगा? अपनी व्यक्तिगत लड़ाई मैं ज़रूर लड़ूँगी लेकिन महिला हितों के लिए बड़ी लड़ाई का भी संकल्प लेकर जल्द मैदान में उतरूँगी।उचित समय का इंतज़ार कीजिए।"
जरूरतमंद महिलाओं के साथ खड़ी होंगी भानवी कुमारी
भानवी कुमारी ने लिखा कि 'मैंने कुछ दिन पहले कहा था कि अपनी व्यक्तिगत लड़ाई के साथ महिला हितों के लिए लंबी लड़ाई के लिए तैयार हूँ। कई महिला संगठनों से, सामाजिक क्षेत्र के लोगों से चर्चा कर रही हूँ। अब मेरा संघर्ष समाज के लिए भी होगा । जितना कोई सरकारी तंत्र मेरी आवाज़ को अनसुना करता है, पुलिस दबाव में काम करती है उतना ही मैं मानसिक रूप से मज़बूत होती हूँ। यह मज़बूती मेरे लिये नहीं महिलाओं के हित और वंचितों , शोषितों के अधिकार के लिए संघर्ष हेतु मेरे संकल्प में भी काम आएगी।'