बसपा में भूस्खलन: अब बागी विधायकों को याद आईं मायावती, सुप्रीमों का कड़ा रूख
बसपा सुप्रीमों मायावती की प्रेसवार्ता में बागी विधायकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कहे जाने के बाद इन सभी बागी विधायकों के सुर बदल गए है। बसपा के बागी विधायकों का कहना है कि उनकी बसपा नेताओं के साथ बैठक होनी है और इसके बाद यह तय होगा कि आगे क्या किया जाना है।
लखनऊ। राज्यसभा की 10 सीटों के चुनाव में नामाकंन के दौरान चले हाई वोल्टेज ड्रामें के पटाक्षेप बसपा सुप्रीमों मायावती द्वारा इस पूरे घटनाक्रम में शामिल 07 बसपा विधायकों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेते हुए इन सभी को पार्टी से निलंबित किए जाने के बाद अब बागी बसपा विधायकों ने यू टर्न ले लिया है। कल तक बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाने वाले ये बागी विधायक जहां सपा मुखिया से उनकी मुलाकात को अफवाह करार दे रहे हैं तो वहीं बसपा सुप्रीमों को अपना नेता और स्वयं को बसपा का विधायक बता रहे हैं।
बदले बागी विधायकों के सुर
गुरुवार सुबह बसपा सुप्रीमों मायावती की प्रेसवार्ता में बागी विधायकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कहे जाने के बाद इन सभी बागी विधायकों के सुर बदल गए है। बसपा के बागी विधायकों का कहना है कि उनकी बैठक होनी है और इसके बाद यह तय होगा कि आगे क्या किया जाना है। इन बागी विधायकों का कहना है कि बसपा सुप्रीमों मायावती हम सबकी नेता है, उन्होंने हमे पार्टी से निलंबित किया है हम लोग बहुजन समाज पार्टी के विधायक कल भी थे और आज भी है, हम पार्टी छोड़ने का काम नहीं करेंगे। बागी विधायकों ने सपा मुखिया से मुलाकात की बात को भी सिरे से नकारते हुए कहा कि यह सभी बाते अफवाह है।
इन विधायकों ने वापस ले लिया था प्रस्ताव
बता दें कि बीते बुधवार सुबह बसपा प्रत्याशी रामजी गौतम के 05 प्रस्तावक विधायकों असलम राइनी, असलम अली, मुज्तबा सिद्दीकी, हाकिम लाल बिंद और हरगोविंद भार्गव ने प्रस्तावक सूची से अपना नाम वापस ले लिया था। इसके बाद इन विधायकों के समाजवादी पार्टी कार्यालय पहुंच कर सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात व लंबी बातचीत की बात सामने आई थी।
ये भी देखें: अन्नू टंडन की विदाई: बांगरमऊ उपचुनाव से क्या है रिश्ता, उठ रहे बड़े सवाल
राज्यसभा प्रत्याशी रामजी गौतम का नामाकंन सही पाया गया
इसी बीच बसपा की एक और विधायक सुषमा पटेल के भी बगावत करने और सपा के खेमे में जाने की खबर आई। इसके बाद आजमगढ़ की सगड़ी से बसपा विधायक वंदना सिंह का नाम भी बागियों में जुड़ने से बागियों की संख्या 07 हो गई थी। इसके बाद देर शाम बसपा के राज्यसभा प्रत्याशी रामजी गौतम का नामाकंन सही पाया गया जबकि निर्दलीय प्रत्याशी प्रकाश बजाज का नामाकंन खारिज कर दिया गया था।
ये भी देखें: सुप्रीम कोर्ट में आया मर्डर का ऐसा वीभत्स मामला,जज बोले- कभी ऐसा केस नहीं देखा
बसपा से बगावत करने वाले विधायक
बसपा से बगावत करने वाले विधायकों में भिनगा से असलम राइनी, हापुड की ढोलाना से असलम अली, प्रयागराज की प्रतापपुर से मुजतबा सिद्दीकी, प्रयागराज की हंडिया से हाकिम लाल बिंद, सीतापुर की सिधौली से हरगोविंद भार्गव, जौनपुर की मुंगरा बादशाहपुर से सुषमा पटेल तथा आजमगढ़ की सगड़ी विधासभा सीट से वंदना सिंह शामिल है।
रिपोर्ट- मनीष श्रीवास्तव
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें