भाजपा का नौवां फंसाः बेड़ा पार कराने पर मंथन, दिल्ली पहुंचे बंसल
भाजपा हाईकमान आज दिल्ली में बैठकर उत्तर प्रदेश की दस सीटों पर राज्यसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन के बारे में फैसला लेगा। इसके साथ ही पार्टी इस बात पर भी विचार करेगी कि नौवे प्रत्याशी को जिताने के लिए वह अपना गुणाभाग कैसे तैयार करें।
लखनऊ: यूपी की दस सीटों पर राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा हाईकमान आज दिल्ली में बैठकर प्रत्याशी चयन के बारे में फैसला लेगा। इसके साथ ही पार्टी इस बात पर भी विचार करेगी कि नौवे प्रत्याशी को जिताने के लिए वह अपना गुणाभाग कैसे तैयार करें। क्योकि बसपा के प्रत्याशी उतारने के बाद अब वोटिंग की संभावना बढ गयी है। आज सुबह प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल संभवित प्रत्याशियों की सूची लेकर दिल्ली पहुंच गए जहां वह अमित शाह और जेपी नड्डा से बात करेंगे।
वोटों की संख्या के हिसाब से चुनाव निर्विरोध होगा सम्पन्न
प्रदेश की दस राज्यसभा सीटों पर चुनावी प्रक्रिया शुरू होने के बाद स्पेशल से कहा जा रहा था कि वोटों की संख्या के हिसाब से यह चुनाव निर्विरोध सम्पन्न हो जाएगा। लेकिन बसपा नेत्री मायावती की तरफ से अपने प्रत्याशी की घोषणा के बाद अब यह बात पूरी तरह से साफ हो चुकी है कि वोटिंग के बिना राज्य सभा प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला नहीं हो पाएगा।
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राज्यसभा चुनाव में अगर वोटों के आंकड़ों पर गौर करें तो भाजपा के 304, समाजवादी पार्टी के 48 बहुजन समाज पार्टी के 18 अपना दल के 9 कांग्रेस के 7 तथा सुभासपा के 4 विधायक है। सबसे अधिक भाजपा के वोट होने के कारण माना जा रहा था कि उसके 10 में से 9 प्रत्याशी निर्विरोध विजयी हो जाएगें ओर 10वां प्रत्याशी समाजवादी पार्टी का जीतेगा।
बसपा प्रत्याशी रामजी गौतम 26 अक्टूबर को करेंगे नामांकन
लेकिन बसपा सुप्रीमों मयावती ने पार्टी के नेशनल कोआर्डिनेटर रामजी गौतम को चुनाव मैदान में उतारने के फैसले के बाद अब वोटिंग होना लगभग तय हो गया है। बहुजन समाज पार्टी ने पार्टी के नेशनल कोआर्डिनेटर रामजी गौतम को चुनाव लड़ाकर एक तीर से कई निशाना साधना चाह रही हैं। बसपा प्रत्याशी रामजी गौतम 26 अक्टूबर को नामांकन करेंगे।
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किसी भी प्रत्याशी को 36 वोटों की होगी आवश्यकता
भारतीय जनता पार्टी का एक और सदस्य तब ही जीत सकता है जब विपक्ष साझा प्रत्याशी न खड़ा करे। समीकरण यह है कि न बहुजन समाज पार्टी और न ही कांग्रेस खुद के दम पर अपना प्रत्याशी जिता सकती है। विधानसभा में मौजूदा सदस्य संख्या के आधार पर जीत के लिए किसी भी प्रत्याशी को 36 वोटों की आवश्यकता होगी। बहुजन समाज पार्टी के विधायकों की संख्या वैसे तो 18 ही हैं, लेकिन इनमें भी मुख्तार अंसारी, अनिल सिंह सहित दो-तीन और के वोट उसे मिलने की उम्मीद नहीं है।
श्रीधर अग्निहोत्री
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