Ram Mandir Inauguration: ‘राम भक्तों की हत्यारी समाजवादी पार्टी को न बुलाएं’, सुब्रत पाठक ने राम मंदिर ट्रस्ट से की अपील
Ram Mandir Inauguration: ट्रस्ट ने सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, सीताराम येचुरी और अधीर रंजन चौधरी जैसे बड़े विपक्षी नेताओं को भी न्योता भेजा है।
Ram Mandir Inauguration: अयोध्या में रामलला मंदिर के भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से देश के जाने-माने राजनेताओं, कारोबारियों, कलाकारों और वैज्ञानिकों को 22 जनवरी 2024 को होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा जा रहा है। ट्रस्ट ने सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, सीताराम येचुरी और अधीर रंजन चौधरी जैसे बड़े विपक्षी नेताओं को भी न्योता भेजा है।
इस बीच कन्नौज से बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक ने राम मंदिर ट्रस्ट समारोह में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को निमंत्रण न देने की अपील की है। पाठक ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने राम भक्तों पर गोली चलाकर निर्मम हत्या कराई थी, उसके लिए उन्होंने आज तक माफी नहीं मांगी है। ऐसे में खासकर सपा के किसी भी नेता को इस कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
क्या कहा सुब्रत पाठक ने ?
2019 के लोकसभा चुनाव में कन्नौज सीट पर अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को पटखनी देने वाले सुब्रत पाठक ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सपा नेताओं को नहीं बुलाने की मांग की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो संदेश जारी कर कहा, नमस्कार, जैसा कि हम सब जानते हैं 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है, जिसमें देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी जी से ले कर देश विदेश के लोग आगमन करने वाले हैं। ये हमारे देश के लिए गर्व की बात है।
लेकिन हम ये भी जानते हैं कि कुछ राजनीतिक दल नहीं चाहते थे कि राम मंदिर बने। इसके विरोध में वे सुप्रीम कोर्ट तक में अपने वकील खड़ा करवाते थे। ये लोग भाजपा को चिढ़ाते हुए कहते थे - मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे। कुछ लोग तो मंदिर की जगह वहां अस्पताल का निर्माण करने की वकालत करते थे। वे कहते थे कि मंदिर के निर्माण से क्या होगा, इससे थोड़े ही किसी को रोटी मिल जाएगी।
ख़ास कर समाजवादी पार्टी आपको याद ही होगा किस तरह समाजवादी पार्टी ने राम भक्तों पर गोली चला कर निर्मम हत्या कराई थी, उसके लिए उन्होंने आज तक माफ़ी नहीं मांगी है। माफी तो दूर सपा ने गर्व से कहा कि हां मैंने गोली चलवाई थी। इतना ही नहीं सपा ने उत्तर प्रदेश में हवा में उड़ गए जय श्रीराम जैसे नारे लगवाकर हमारे आस्था को अपमानित करने का काम भी किया। मैं बस श्रीराम मंदिर ट्रस्ट से अनुरोध करता हूँ कि आप हर सनातनी चाहे वो किसी भी राजनीतिक दल से हों, उन्हें बुलाएं, मगर राम भक्तों की हत्यारी समाजवादी पार्टी को ना बुलाएं।
समारोह में जाने को लेकर अखिलेश ने दिया था ये बयान
इन दिनों विपक्ष के उन नेताओं को राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से भी न्योते भेज जा रहे हैं, जो न केवल राम मंदिर आंदोलन के विरोध में रहे हैं बल्कि इस धार्मिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। हालांकि, ट्रस्ट की ओर से अभी सपा मुखिया अखिलेश यादव को न्योता नहीं भेजा गया है। पिछले दिनों अखिलेश यादव ने कहा कि अगर उन्हें प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का आमंत्रण मिलता है तो वे जरूर शामिल होंगे। इससे पहले उनके चाचा शिवपाल यादव का भी इस पर बड़ा बयान आया था। उन्होंने कहा था कि राम मंदिर किसी एक पार्टी की ओर से तैयार नहीं कराया गया है। भगवान राम सबके हैं और उनका मंदिर भी सबका है। हमलोग सनातन धर्म को मानने वाले लोग हैं।