शुरू हुआ राशन वितरण, लगी लाइनें, फ्री को लेकर कई जगह झड़पें

जनपद में बुधवार को राशन वितरण शुरू हो गया। अधिकतर उचित दर विक्रेताओं के यहां लंबी-लंबी लाइनें लगी रहीं। जो राशनकार्ड धारक हर महीने उचित दर विक्रेताओं के यहां नहीं पहुंचते थे, वह भी लॉकडाउन की वजह से लाइन में लगकर अनाज लेने पहुंचे।

Update:2020-04-01 23:52 IST

कन्नौज: जनपद में बुधवार को राशन वितरण शुरू हो गया। अधिकतर उचित दर विक्रेताओं के यहां लंबी-लंबी लाइनें लगी रहीं। जो राशनकार्ड धारक हर महीने उचित दर विक्रेताओं के यहां नहीं पहुंचते थे, वह भी लॉकडाउन की वजह से लाइन में लगकर अनाज लेने पहुंचे।

एक अप्रैल से राशन वितरण का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। भोर होते ही लोगों ने खाद्यान्न लेने की तैयारी की और निकल लिए दुकानों पर। दरअसल, अन्त्योदय परिवारों को 35 किलो राशन (15 किलो चावल व 20 किलो गेहूं) प्रतिकार्ड के हिसाब से बांटने के आदेश दिए गए थे। इसका भुगतान डीएम की ओर से उचित दर विक्रेताओं के खातों में वितरण की पुष्टि होने पर किया जाएगा। एक परिवार को 85 रुपए का राशन देने का जिक्र भी है।

आदेश में मनरेगा जॉबकार्ड धारक, श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिक, नगर निकाय में पंजीकृत मजदूर जिनके पास पात्र गृहस्थी का कार्ड है, उनको दो किलो चावल व तीन किलो गेहूं कुल पांच किलो राशन प्रति यूनिट की दर से फ्री में देने का जिक्र है। 12 रुपए प्रति यूनिट का मूल्य है, लेकिन दिहाड़ी मजदूर, श्रम विभाग में पंजीकृत निर्माण श्रमिक व मनरेगा जॉबकार्ड धारक को फ्री में राशन देने का फरमान जारी हुआ था, जिसका पालन देखने को नहीं मिला। इसके लिए नोडल अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन बहुत कम ही जगह अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए नोडल पहुंचे।

यह भी पढ़ें...कोरोना संकट: इस राज्य सरकार का बड़ा फैसला, सबकी होगी स्क्रीनिंग

मौसमपुर अल्हड़ का नजारा

शहर कन्नौज क्षेत्र के मोहल्ला मौसमपुर अल्हड में लोग राशन लेने के लिए कतार में लगे थे। यहां राशन बंट रहा था। सैनेटाइजर भी रखा था। कई लोगों की भीड़ थी। मोहल्ला कचहरी टोला की उचित दर विक्रेता की दुकान पर भीड़ को देखते हुए पुलिस भी तैनात थी। राशन लेने के लिए लंबी-लंबी लाइनें थीं। ई-पॉस से अंगूठा लगवाकर राशन दिया गया।

पहले हाथ धोओ फिर लो राशन

संक्रमण से बचने के लिए शहर के अंदरी क्षेत्र स्थित उचित दर विक्रेता हाजीगंज में कार्डधारकों के लिए हैंडवाश व साबुन रखा था। आस-पास के लोगों को एक-एक महीने का राशन मिला। मोहल्ला सफदरगंज में मार्ग पर कुछ लोग खड़े थे। अधिकतर लोगों ने अपने-अपने झोले लाइन में रख दिए थे। धूप की वजह से महिलाएं व पुरुष छांव में अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।

यह भी पढ़ें...कोरोना से लड़ाई में PM CARES फंड में आएगी विदेश से भी मदद, जानिए …

फ्री राशन को लेकर कोटेदारों से झड़पें

जनपद में कई कोटेदारों की राशन लेने गए लोगों से तीखी नोकझोंक हो गई। कार्डधारकों का कहना था कि उन्हें सरकार ने तीन महीने तक फ्री में राशन देने की घोषणा की है। हालांकि कोटेदार उन्हें काफी समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन लोग अपनी जिद पर अड़े थे। काफी समझाने के बाद लोग मानने को तैयार हुए।

क्या कहते हैं डीएसओ

बुधवार को डीएसओ केके गुप्त ने बताया कि सरकार ने जो फ्री में राशन देने की बात कही है, वह आगे मिलेगा। फिलहाल सरकारी रेट में खाद्यान्न वितरण किया जा रहा है। पांच कैटेगरी को ही निशुल्क राशन मिलेगा, इसमें ग्रामीण और नगरी क्षेत्र के अन्त्योदय श्रेणी के लोग, मनरेगा जॉब कार्डधारक, श्रम विभाग में पंजीकृत निर्माण श्रमिक व दिहाड़ी मजदूर शामिल हैं।

यह भी पढ़ें...कोरोना: चीन ने उठाया कठोर कदम, जंगली जानवर खाने पर मिलेगी ये कड़ी सजा

जिले के जरूरी आंकड़े

कन्नौज जिले में करीब दो लाख 95 हजार लोगों के पास पात्र गृहस्थी के राशनकार्ड हैं। 29430 परिवार अन्त्योदय श्रेणी के हैं। 14407 निर्माण श्रमिक सक्रिय हैं। 84152 मनरेगा जॉबकार्ड धारक हैं। 1918 दिहाड़ी मजदूर नगर निकायों में पंजीकृत हैं।

रिपोर्ट: अजय मिश्रा

Tags:    

Similar News