फौजी ने विदेश में नौकरी करने का दिया झांसा, कई लोगों से ठगे 12 लाख
ऐसे लोगों से हो जाए सावधान। कहीं ऐसा न हो कि कोई आपके भी बच्चे को विदेशों में नौकरी का झांसा देकर लेबरी करवाए। यह मामला एक नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी का है। लेकिन चौका देने वाली बात यह है कि ये ठगी और कोई नहीं बल्कि रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर और उसके बेटे ने की है। जिससे तंग आकर पीड़ित परिजनो ने शुक्रवार (6 अक्टूबर) को पुलिस अधीक्षक कार्यालय का दरवाजा खटखटाया और न्याय की गुहार लगाई।
हरदोई: ऐसे लोगों से सावधान हो जाए, जो नौकरी देने के नाम पर लाखाें की ठगी करते है। कहीं ऐसा न हो कि कोई आपके बच्चे को भी विदेशों में नौकरी का झांसा देकर मजदूरी करवाए। यह मामला नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी का है। लेकिन चौका देने वाली बात यह है कि ये ठगी रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर और उसके बेटे ने की है। जिससे तंग आकर पीड़ित परिजनों ने शुक्रवार (6 अक्टूबर) को पुलिस अधीक्षक कार्यालय का दरवाजा खटखटाया और न्याय की गुहार लगाई।
जहां इन बाप-बेटे ने करीब तीन से चार लोगों से उनके बेटों की विदेश में नौकरियां लगवाने के नाम पर तीन-तीन लाख रुपए ऐंठ लिए। बाप-बेटे विगत एक डेढ़ साल से धता पढ़ाते आ रहे थे। मगर न ही तो कोई नौकरी लगी और न ही कोई तनख्वाह मिली। महज दिखावे के नाम पर मलेशिया ले जाकर मजदूरी करवाई थी। वहीं कुछ को बंधक बनाकर रखा है।
क्या था मामला?
दरअसल, मामला हरदोई बिलग्राम थाना क्षेत्र के एक इलाके का है। जहां के निवासी गिरजाशंकर जो की एक रिटायर्ड फौजी है और उनके बेटे संदीप ने गांव के ही 3 परिवारों के घर की तिजोरी लूट उनको कंगाल बना दिया है। पहले बेटे ने उनको ये लालच दिया कि मेरे पिता फौज में है और उनकी उच्च अधिकारीयों से पहचान भी है। फिर परिजनों से बच्चों की मर्चेंट नेवी में नौकरी लगवाने की बात कही। अपने बच्चों के भविष्य की चिंता लिए बैठे मासूम परिजनों ने करीब तीन-तीन लाख रुपये इन ठगो को थमा दिए। फिर ठगों ने अपने शिकार बनाए हुए कपिल पुत्र देशराज, राहुल पुत्र लालाराम और संजीव पुत्र रामनरेश को मलेशिया ले जाने के लिए तैयार करवाया। फिर उनको विदेश ले जाकर मजदूरी करवाई।
10 महीने तक बनाया बंधक
मलेशिया में आजाने के बाद तीनों युवकों को जब सच का पता चला तो उनके पैरो तले जमीन खिसक गई। क्योंकि वो ठग इन युवको को जहाज पर ले गया और बोरियां ढोने को कहा। जिस पर युवकों ने एतराज जताया और वापस घर जाने की बात कही, जिससे संदीप ने पासपोर्ट न देने की बात कहकर जबरन उन युवकों से तकरीबन दस महीने लेबरी का काम करवाया और उनको बंधक बना कर रखा। जिसको लेकर शुक्रवार को पीड़ितों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय का दरवाजा खटखटाया है और न्याय की गुहार लगाई।
क्या बंधक के पिता ने?
बंधक के पिता देशराज ने बताया कि हम लोगों के साथ इन बाप-बेटो ने लगभग 12 लाख की ठगी की है। हमारे बच्चों को बंधक बना कर रखा हुआ है। इस मामले की जानकारी से एक जागरूक अधिवक्ता और ठगी का शिकार हुए पीड़ितों ने अवगत कराया।
क्या कहा अधिवक्ता ने?
अधिवक्ता अतुल सिंह ने बताया कि रिटायर फौजी ने पीड़ितों को नौकरी का झांसा देकर 3-3 लाख रुपए ठगी की हैं। फौजी उन लोगों को मलेशिया ले गए। जब इन लोगों से बोरा ढुलवाया गया तो पीड़ितों ने आपत्ति जताई। लेकिन मजबूरन इन लोगों को वहीं रुकना पड़ा। फिर 10 माह तक बंधक बनाकर रखा। इसके बाद 15-15 हजार रुपए दिए। फिर वापस घर लौटे, जब पीड़ितों ने फिर पैसे मांगे तो वे इन्हें फिर मलेशिया ले गए। करीब 5-7 माह तक बंधक बनाए रखा। कोई नौकरी नहीं मिली। कुल 12 लाख छगी का मामला है।
क्या कहा एएसपी ने?
इस मामले की पुष्टि करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) पूर्वी ने बताया कि पूरे मामले की निष्पक्षता के साथ जांच की जा रही है। आरोपी साबित होने पर ठगी करने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।