सेल्समैन से लूट पर खुलासा, बाईक-कार के साथ बरामद हुई ये चीजें
रविवार की रात को शेषमणि रोज मर्रा की तरह शराब की दुकान से पेमेंट एक लाख 50 हजार रुपये अपने साथ लेकर बाईक से जमा करने जा रहा था।
ज्ञानपुर (भदोही): थाना पुलिस कोईरौना व क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने बीते 2 नवम्बर को कोईरौना थानाक्षेत्र के सदाशिवपट्टी गांव स्थित हनुमान मंदिर के पास शराब के सेल्समैन से की गई लूट की घटना का खुलासा कर दिया है। घटना में शामिल रहे पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। जिन्हें अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया। घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने गुरुवार को पत्रकारों से हुई प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि शेषमणि उपाध्याय पुत्र स्व0 शिवशंकर उपाध्याय निवासी पटेहरा थाना चील्ह जनपद मिर्जापुर भदोही के सीतामढ़ी बाजार में शराब के सेल्समैन का काम करता है।
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तीन अज्ञात बाईक सवार आ धमके और शेषमणि पर फायर कर पैसे लूट लिए
रविवार की रात को शेषमणि रोज मर्रा की तरह शराब की दुकान से पेमेंट एक लाख 50 हजार रुपये अपने साथ लेकर बाईक से जमा करने जा रहा था। जैसे ही वह सदाशिवपट्टी स्थित हनुमान मंदिर के पास पहुंचा पीछे से तीन अज्ञात बाईक सवार आ धमके और शेषमणि पर फायर कर मोटरसाइकिल में टक्कर मारते हुए उनसे 1 लाख 50 हजार लूट लिये थे।और घटना को अन्जाम देकर मौके से फरार हो गए थे।
शेषमणि ने किसी तरह अपनी जान बचा कर थाने पहुंच कर अपनी आपबीती सुनाई
घटना के बाद शेषमणि ने किसी तरह अपनी जान बचा कर थाने पहुंच कर अपनी आपबीती सुनाई थी। थाना पुलिस ने मामले में मुआयना कर तहरीर के आधार अज्ञात बाईक सवारों के विरुद्ध मु0अ0स0 143/20 धारा 392 भादवि पंजीकृत कर लिया था। और घटना की जांच-पड़ताल शुरू कर दी थी। कई स्थानों पर दबिश दी गई।
पुलिस ने बीते बुद्धवार को शाम 6:45 बजे घटना में शामिल 5 अभियक्तगणों में राजेश पुत्र जवाहरलाल निवासी केदारपुर थाना गोपीगंज भदोही, फिरंगी पुत्र कृपा शंकर मिश्रा निवासी घाघरपुर थाना सुरेरी-जौनपुर, छोटेलाल बिंद पुत्र कपूरचंद निवासी जोहरपुर थाना गोपीगंज भदोही , आशीष सिंह उर्फ धोनी पुत्र वीरेंद्र सिंह निवासी सराय डीघ थाना सुरेरी-जौनपुर, व मनीष गौड़ पुत्र फुन्नन गौड़ पूरेदयाल थाना सुरेरी-जौनपुर को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिन्होंने घटना को स्वीकार कर लिया। उनके पास से नाजायज तमंचा 12 बोर,लूट में प्रयुक्त एक अदद कार,एक बाईक, व 25200 रूपये बरामद किए हैं।
पूछताछ के दौरान गिरफ्तार मुख्य अभियुक्त राजेश गौड़ ने बताया
पूछताछ के दौरान गिरफ्तार मुख्य अभियुक्त राजेश गौड़ ने बताया कि मेरा साथी छोटे लाल बिंद शराब कंपनी में गोपीगंज में चालक का काम करता है। जिसने बताया कि शेषमणि उपाध्याय निवासी पटेहरा थाना चील्ह जनपद मिर्जापुर प्रतिदिन शराब की दुकान से पैसा वसूली करता है। मैंने अपने भांजे मनीष से सेल्समैन को लूटने का प्लान तैयार किया और बीते 2 नवंबर को मनीष अपने दोस्त आशीष सिंह उर्फ धोनी ,दीपक सिंह, फिरंगी मिश्रा को लेकर दो मोटरसाइकिल से आया मेरे साथ मेरी कार में छोटे लाल, मनीष अकेले अपनी मोटरसाइकिल से तथा एक मोटरसाइकिल पर आशीष सिंह, दीपक सिंह, फिरंगी मिश्रा बैठकर सीतामढ़ी की तरफ हम लोग गए थे, कि रास्ते में ही नेवाजीपुर तिराहे पर अपनी कार लेकर मैं और छोटेलाल कवर करने के लिए रुक गए। दोनों मोटरसाइकिल से चारों लोग सीतामढ़ी की तरफ गए।
मनीष को छोड़कर सभी को बैठा लिया
सेल्समैन जब पैसा लेकर चला तो चारों लोग पीछा करते हुए हनुमान मंदिर कुटिया के पास मोटरसाइकिल से धक्का मारकर रुपयों से भरा बैग छीन कर भाग ना चाहे कि तभी मोटरसाइकिल गिर जाने के कारण स्टार्ट नहीं हो रही थी, तभी मनीष जो उन लोगों को कवर कर रहा था तीनों लोगों को बैठा कर नेवाज़ीपुर तिराहे पर आया। मैं अपनी कार में आशीष सिंह, दीपक सिंह ,फिरंगी मिश्रा, को बैठाया था। तथा रुपयों से भरा बैग भी रख लिया और सभी लोग चले। मैंने कार में मनीष को छोड़कर सभी को बैठा लिया। जिससे पुलिस को कोई शक न हो।
मनीष अकेले मोटरसाइकिल से जंगीगंज आया
मनीष अकेले मोटरसाइकिल से जंगीगंज आया। फिर हम लोग रुपयों का घर पर जाकर बटवारा किए। जिसमें बंटवारे में मुझे ₹45000 छोटे लाल बिंद को ₹5000 मनीष गौड़ को ₹25000 आशीष सिंह को 30,000,फिरंगी मिश्रा को 20,000 तथा दीपक सिंह को 25,000 रुपये बटवारे में मिले। और बैग को रास्ते में तालाब में फेंक दिए। मैं अपने हिस्से के ₹45,000 में से 42,000 रुपए देकर कार खरीदा हूं। आज फिर हम लोग लूट करने का प्लान किए थे,कि गिरफ्तार कर लिए गए।
यह पूछने पर कि घटनास्थल पर जो मोटरसाइकिल यूपी 63 एए 4946 से छोड़े थे तो उसके बारे में बताने लगा कि मैं व मनीष गौड़ व आशीष सिंह धोनी मिलकर नारायणपुर जनपद मिर्जापुर से चार-पांच माह पूर्व चोरी किए थे। बताया कि 7 अक्टूबर 2020 को हनुमान मंदिर कुटिया से मैं व आशीष सिंह जो मेरा भांजा है मिलकर मोबाइल आईफोन छीने थे।जिसे बेचने का प्रयास किया।
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परंतु एप्पल कंपनी का आईफोन होने के कारण उसका लाक नहीं तोड़ सका। जिससे उसे बेच नहीं पाया तो रात में रास्ते में घर जाते समय कहीं फेंक दिया था, कहां फेके थे याद नहीं है। पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने गिरफ्तारी व बरामदगी करने वाली टीम को नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
रिपोर्ट- उमेश सिंह
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