Kisan Mahapanchayat Aaj: किसानों की महापंचायत आज, किसान लखीमपुर हिंसा मामले में इंसाफ की करेंगे मांग

Kisan Mahapanchayat Aaj: संयुक्‍त किसान मोर्चा के मुताबिक, पीलीभीत के पूरनपुर में आज किसान लखीमपुर हिंसा मामले को लेकर महापंचायत करेंगे। आइए जानते है कि इस महापंचायत की मुख्य मांगे क्या होंगी...

Written By :  Chitra Singh
Newstrack :  Network
Update: 2021-11-14 03:12 GMT

किसान महापंचायत (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

Kisan Mahapanchayat Aaj: पूरनपुर में आज (14 नवंबर) किसानों की महापंचायत (Kisan Mahapanchayat Today) होने वाली है। इस महापंचायत में भाकियू चढ़ूनी के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी (Gurnam Singh Charuni) समेत देश के कई दिग्गज किसान नेता शामिल होंगे। यह महापंचायत तिकुनिया कांड (Tikunia kand) के विषय को लेकर रखा गया है।

पीलीभीत में होने वाले किसान महापंचायत का आयोजन हरसिंहपुर गुरुद्वारा के प्रांगण में होगा। संयुक्‍त किसान मोर्चा ने बताया है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे (ajay kumar mishra son) आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) और उनके सहयोगियों ने चार किसान और पत्रकार को मौत के घाट उतारने के संदर्भ में यह महापंचायत बुलाई गई है। इस महापंचायत का उद्देश्य मृतक के परिजनों को न्याय दिलाना है।

संयुक्‍त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) के मुताबिक, वे लखीमपुर हिंसा (lakhimpur kheri violence) के मामले के संदर्भ में न्याय की मांग करेंगे, साथ ही केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी (ajay kumar mishra) की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी और लखीमपुर मामले में 4 गिरफ्तार किसान साथियों को रिहा करने की मांग की जाएगी।

भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kisan Union) चढ़़ूनी के प्रदेश प्रभारी गुरुसेवक सिंह (Gurusevak Singh) ने इस महापंचायत के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि भाजपा नेता अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करने की मांग को लेकर यह महापंचायत बुलाई गई है। इस महापंचायत में संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य और पंजाब किसान नेता सुरजीत सिंह फूल (Surjit Singh Phool), भाकियू हरपाल के अध्यक्ष चौधरी हरपाल सिंह (Harpal Singh) समेत कई राज्यों के दिग्गज किसान नेता सम्मिलित होंगे। गुरुसेवक सिंह ने दावा किया है कि इस महापंचायत में 50000 से किसान शामिल हो सकते हैं।

लखीमपुर खीरी हिंसा क्या है (Lakhimpur Kheri Hinsa Kya Hai)?

मालूम हो कि पिछले महीने 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में 4 किसान, 4 भाजपा नेता और एक पत्रकार की मौत हो गई थी। इस दिन किसान यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) की यात्रा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे कि अचानक एक एसयूवी कार ने 4 किसानों को कुचल दिया था। किसानों के मौत बाद किसानों ने आक्रोश में आकर 2 भाजपा कार्यकर्ता और एक ड्राइवर को पीट-पीटकर हत्या कर दी। वहीं मौके का कवरेज करने पहुंचे एक स्थानीय पत्रकार भी इस हिंसा का शिकार हो गया। 

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