सहारनपुर : विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय सह संगठन महामंत्री सुरेंद्र जैन द्वारा पर्दे को लेकर दिए गए विवादित बयान को हिंदू व मुस्लिम समुदाय के बुद्धिजीवियों ने सिरे से नकार दिया है। बुद्धिजीवियों का साफ कहना है कि पर्दा किसी के डर से नहीं बल्कि अपने बड़ों के सम्मान के लिए किया जाता है।
शामली में आयोजित एक कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय सह संगठन महामंत्री सुरेंद्र जैन ने कहा था कि हिंदू समाज में कोई पर्दा प्रथा नहीं है। भारत में हिंदू बहू बेटियां केवल मुसलमानों के डर से पर्दा करती हैं। सुरेंद्र जैन के इस बयान को हिंदू व मुस्लिम समुदाय के बुद्धिजीवी वर्ग ने सिरे से नकार दिया है।
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मां श्री त्रिपुर बाला सुंदरी देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सतेंद्र शर्मा ने कहा कि पर्दा प्रथा हिंदू संस्कार की परंपरा है। बहू बेटियों द्वारा पर्दे में रहकर अपने बड़ो को सम्मान दिया जाता है। इस संस्कारिक प्रथा को जो कोई भी डर बताता है उसे हिंदू संस्कृति का ज्ञान नहीं है या फिर वह जानबूझ कर देश का माहौल खराब करने के लिए धर्म की आड़ ले रहा है।
तंजीम उलेमा ए हिंद के प्रदेशाध्यक्ष मौलाना नदीमुल वाजदी ने कहा कि सुरेंद्र जैन देश को नफरत की आग में झोंककर अपनी सियासत को बुलंद करना चाहते हैं। वाजदी ने कहा कि मुल्क में मुसलमान और हिंदू हजारों साल से आपसी मोहब्बत से रह रहे हैं। देश का आठ दशक से पुराना इतिहास उठाकर देखने पर हिंदू मुस्लिमों के नाम पर कोई मामूली झगड़ा भी नहीं मिलेगा। वर्तमान में पैदा हुआ सांप्रदायिक माहौल देश में चल रही तुच्छ राजनीति का परिणाम है।