Lucknow News: लखनऊ ऑफिस में बड़ा हादसा टला, निराला नगर स्थित कार्यालय में छत से गिरा प्लास्टर
Lucknow News Today: अधिकारियों को इस बारे में कई बार जानकारी भी दी गई, लेकिन इस पर संज्ञान नहीं लिया गया।;
Lucknow News Today Hadsa Divisional Food Controller Office
Lucknow News: लखनऊ के आईटी चौराहे के पास निराला नगर स्थित संभागीय खाद्य नियंत्रक लखनऊ संभाग के कार्यालय की छत का प्लास्टर अचानक शनिवार दोपहर गिर गया। इस दौरान कार्यालय में कम्प्यूटर पर काम कर रहा एक कर्मचारी बुरी तरह से जख्मी हो गया। बताया जाता है कि कार्यालय के रेनोवेशन का काम लंबे समय से नहीं हुआ था, जिसके चलते दीवारों का प्लास्टर कमजोर होता जा रहा था। अधिकारियों को इस बारे में कई बार जानकारी भी दी गई, लेकिन इस पर संज्ञान नहीं लिया गया। लिहाजा, अधिकारियों की अनदेखी के चलते ये हादसा शनिवार को हो गया।
प्लास्टर गिरते ही अचानक मची अफरा तफरी, कंप्यूटर और प्रिंटर हुआ क्षतिग्रस्त
ये पूरी घटना संभागीय खाद्य नियंत्रक कार्यालय के कक्ष संख्या 5 में हुई। जहां अचानक छत का प्लास्टर गिरने से अफरा तफरी मच गई। मिली जानकारी के अनुसार, जिस वक्त ये घटना हुई, उस दौरान सचिन श्रीवास्तव नाम के कर्मचारी कम्प्यूटर पर काम कर रहे थे। अचानक प्लास्टर गिरने से सचिन को चोट आ गई। मौके पर कंप्यूटर, प्रिंट आउट मशीन समेत टेबल पर रखे तमाम सामान क्षतिग्रस्त हो गए।
कर्मचारी के हाथ और सिर में आई चोट
सचिन श्रीवास्तव ने बताया कि वह कनिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत हैं। सुबह जब दफ्तर पहुंचे तो उन्होंने रूटीन के हिसाब से अपने टेबल पर पहुंचकर काम करना शुरू कर दिया। कुछ समय के बाद छत का बड़ा सा प्लाटर उनके ऊपर गिर गया। प्लास्टर की चपेट में आने से हाथ में और सर पर चोट आई। प्लास्टर का जो बड़ा टुकड़ा गिरा था वह थोड़ी दूर पर गिरा जिससे जान बच गई। दोबारा टेबल पर जाकर काम करने की हिम्मत नहीं हो रही है। हम सभी लोग दहशत के माहौल में हैं।
कई बार रेनोवेशन को लेकर दी गई एप्लिकेशन लेकिन अधिकारियों ने किया अनसुना
मोके पर मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि इस इमारत में जिले के खाद्य अधिकारी समेत कई बड़े अधिकारियों के कार्यालय हैं। बीते 5 सालों से कई बार प्लास्टर गिरने जैसी घटनाएं होती आ रही हैं। कई बार कर्मचारियों की ओर से इसे लेकर शिकायत की गई लेकिन अधिकारियों ने इस पर संज्ञान नहीं लिया। कई दफे तो विभागीय अफसर आते हैं और जांच करके रेनोवेशन का आश्वासन देकर चले जाते हैं। तब से सिर्फ आश्वासन ही मिलता आ रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि कोई बड़ा हादसा हो उससे पहले कार्यालय की जर्जर इमारत को दुरुस्त कराया जाए