SDM संगीता राघव को मिली धमकी..., अखिलेश यादव बोले अधिकारी तक सुरक्षित नहीं
Saharanpur News: एसडीएम की तहरीर के आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संगीन धाराओं 352, 351(3), 121(1), 224, 79 के तहत आरोपी संजय सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
Saharanpur News: सहारनपुर जिले के नकुड़ इलाके में तैनात एसडीएम संगीता राघव को फोन कॉल पर धमकी दिए जाने का मामला सामने आया है। एसडीएम के मुताबिक उनको आरोपी ने एक मामले में सिफारिश करने के लिए फोन कॉल किया और कुछ ही देर बाद गाली गलौज करते हुए धमकी देने लगा। धमकी देने के बाद आरोपी ने अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर लिया। इस मामले में एसडीएम की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर कसा तंज
वहीं, इस मामले में सपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी प्रतिक्रिया देते हुए सरकार पर तंज कसा है। उन्होने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि भाजपा के लाए नये क़ानून में क्या किसी असामाजिक तत्व को किसी अधिकारी को धमकी देने की छूट है? अधिकारी तक सुरक्षित नहीं हैं तो आम आदमी अपनी रक्षा के लिए किस अधिकारी के पास जाए।
क्या है पूरा मामला?
एसडीएम संगीता राघव के मुताबिक थाना गंगोह इलाके के गांव बीनपुर में रहने वाले हरेंद्र सिंह के एक मामले में सिफारिश के लिए देवरिया जिले के संजय सिंह का फोन कॉल आया था। एसडीएम ने उस शख्स से फोन पर बात की और उसे सर कहकर संबोधित किया। लेकिन बातचीत के दौरान अचानक संजय सिंह नाम का वो शख्स बदसलूकी पर उतर आया। उसने SDM संगीता राघव को गाली गलौज करते हुए जूता मारकर सिर फोड़ देने तक की धमकी दे डाली।
आरोपी के खिलाफ केस दर्ज
वहीं, इस घटना के बाद एसडीएम संगीता राघव ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने और धमकी देने वाले देवरिया निवासी संजय सिंह के खिलाफ नकुड़ थाने में तहरीर दी है। एसडीएम की तहरीर के आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संगीन धाराओं 352, 351(3), 121(1), 224, 79 के तहत आरोपी संजय सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि मोबाइल नंबर को ट्रैस कर जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा।
कौन हैं एसडीएम संगीता राघव?
एसडीएम संगीता राघव मूल रूप से संगीता हरियाणा के गुरुग्राम जिले की रहने वाली हैं। उनके पिता दिनेश राघव भारतीय नौसेना में अफसर रह चुके हैं। एसडीएम संगीता राघव बताती हैं कि जब वह पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रही थीं तो उन्हें वर्ल्ड बैंक और साउथ एशियन इंस्टिट्यूट के प्रोजेक्ट के लिए नेपाल और हिमाचल प्रदेश जाने का मौका मिला था। वहीं से उनके मन में अधिकारी बनकर जनसेवा करने का विचार आया था। उन्होंने साल 2017 में UPPCS परीक्षा दी, लेकिन क्लियर नहीं कर पाईं। लेकिन वे निराश नहीं हुईं और साल 2018 में उन्होंने यूपी PCS क्लीयर ही नहीं किया बल्कि पूरे राज्य में दूसरी रैंक भी हासिल की। संगीता राघव नकुड़ से पहले सहारनपुर के ही रामपुर मनिहारान इलाके की एसडीएम रह चुकी हैं।