प्राइमरी स्कूल के बच्चों को मिड डे मील में परोसा जा रहा है नमक-रोटी

अहरौरा के हिनौता के सीयूर गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय में आज बच्चों को मिड-डे-मील भोजन में नमक और रोटी परोस दिया गया जबकि सरकार की तरफ से बच्चों को खाने के लिए चार्ट बनाकर हफ्ते में अलग अलग प्रोटीन युक्त भोजन देने की कवायद है जिसके लिए लाखों का बजट व्यय होता है।

Update: 2019-08-22 16:42 GMT

मिर्जापुर: अहरौरा के हिनौता के सीयूर गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय में आज बच्चों को मिड-डे-मील भोजन में नमक और रोटी परोस दिया गया जबकि सरकार की तरफ से बच्चों को खाने के लिए चार्ट बनाकर हफ्ते में अलग अलग प्रोटीन युक्त भोजन देने की कवायद है जिसके लिए लाखों का बजट व्यय होता है।

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जिले के सीयूर गांव के हेड मास्टर और उनके साथ के अधिकारी स्कूलों में चार्ट के हिसाब से भोजने देने की बस कागज पर कार्यवाही करते हैं। बच्चों को खाने में प्रोटीन युक्त भोजन देने का चार्ट है, लेकिन हैरान करने वाली बात य है कि बच्चों को रोटी के साथ सब्जी, दाल, दूध या फल के बजाय सिर्फ रोटी नमक परोसा गया।

अगर इसकी जांच खुफिया कैमरे से कराई जाए तो हकीकत सामने आ जायेगी कितना मानक के अनुसार कार्य हो रहा है। जिले में बेसिक शिक्षा विभाग की केवल मिड डे मील योजना के नाम पर हेड मास्टर, एबीएसए, एमडी, आरसी व शिक्षा मित्रों व प्रधान मिलकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं। अधिकारी केवल मूकदर्शक बने हैं। यह खेल जिले के लगभग ज्यादातर सरकारी स्कूलों में चल रहा है।

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बीएसए प्रवीण तिवारी से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि इस मामले की जानकारी है और कार्यवाही की जा रही है। कार्यवाही का आश्वासन देकर बीएसए प्रवीण तिवारी ने अपना पल्ला झाड़ लिया।

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