ST Hasan News: कौन हैं सपा सांसद एसटी हसन, जिन्होंने बीजेपी पर भगवान राम का राजनीतिकरण करने का लगाया आरोप

ST Hasan News: लोकसभा में सपा के नेता और मुरादाबाद से सांसद डॉक्टर एसटी हसन ने राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी के शामिल होने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-09-13 10:57 IST

ST Hasan News  (photo: social media )

ST Hasan News: अगले साल जनवरी में अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है। यह कार्यक्रम ऐसे समय में होगा, जब देश में आम चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज होगी। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शिरकत करने को लेकर विपक्ष बिफड़ा हुआ है। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे बीते दिनों अयोध्या में गोधरा जैसी घटना होने की आशंका जता चुके हैं। अब समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर भगवान राम का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है।

लोकसभा में सपा के नेता और मुरादाबाद से सांसद डॉक्टर एसटी हसन ने राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी के शामिल होने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के उद्घाटन का फैसला साधु-संतों और महंतों को लेना चाहिए। मंदिर का उद्घाटन साधु-संत करेंगे या देश के संवैधानिक पद पर बैठा कोई व्यक्ति करेगा, ये फैसला साधु-संत और महंतों को करना चाहिए।

सपा सांसद ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा कि मुझे अब लगता है कि यह अब राममंदिर का उद्घाटन करके इसका भी राजनीतिकरण करेंगे। इस पार्टी ने हमेशा से भगवान राम का राजनीतिकरण किया है। दरअसल, अयोध्या में अगले साल यानी 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर के उद्घाटन की संभावना है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी भी पहुंचेंगे। इसी को लेकर इन दिनों सियासत गरमाई हुई है।

एसटी हसन ने ओपी राजभर पर साधा निशाना

मुरादाबाद सांसद एसटी हसन ने हालिया घोसी उपचुनाव में सपा को मिली जीत पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि घोसी की जनता ने झूठ और जुमला बोलने वालों को हरा दिया। उनके निशाने पर सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर भी रहे। राजभर के मंत्री बनने के दावे पर सपा सांसद ने कहा कि यह तो वो लोग हैं कि जहां इन्होंने कुएं में पानी देखा तो पानी पीने चले गए और कुआं सूख गया तो दूसरे कुएं पर चले गए। एसटी हसन ने सुभासपा प्रमुख को नसीहत देते हुए कहा कि नेता को लालच नहीं करना चाहिए, उसे जनता के लिए काम करना चाहिए मगर यह लोग तो केवल मंत्री पद की लालसा के लिए राजनीति कर रहे हैं।

कौन हैं एसटी हसन ?

पेशे से चिकित्सक डॉ एसटी हसन मुरादाबाद के जाने-पहचाने चेहरे हैं। 63 वर्षीय हसन का पूरा नाम सैयद तुल हसन है। उनकी पैदाइश मुरादाबाद की ही है। उनके पिता सैयद नासिर हुसैन जमींदार थे और ब्रिटिश शासन के दौरान अधिकारी भी रहे थे। एसटी हसन ने 1981 में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस किया है। इसके बाद उन्होंने एमएस किया। मुरादाबाद के फैजगंज में उनका बड़ा नर्सिंग होम है। बताया जाता है कि महंगाई के इस दौर में भी एसटी हसन मरीजों खासकर गरीब तबके से आने वाले लोगों से बेहद मामूली रकम फीस के तौर पर चार्ज करते हैं।

राजनीति में कब हुई एंट्री ?

डॉक्टर एसटी हसन के परिवार का राजनीति से दूर-दूर तक कोई नाता न था। बताया जाता है कि उन्हें कद्दावर सपा नेता आजम खान सियासत में लाए। साल 2006 में हसन मुरादाबाद से सपा के टिकट पर मेयर बने। हालांकि, साल 2009 में उन्होंने सपा छोड़ बसपा का दामन थाम लिया था, जो उस वक्त प्रदेश की सत्ता पर काबिज था। प्रदेश में जब सरकार बदली तो एसटी हसन का भी सियासी मिजाज बदला और वे वापस सपा में आ गए। 2014 के आम चुनाव में उन्हें लोकसभा का टिकट भी मिला।

2014 के आम चुनाव में मोदी लहर ने अच्छे-अच्छों को पानी पिला दिया था। एसटी हसन भी अपनी सीट नहीं निकाल पाए और बीजेपी उम्मीदवार सर्वेश सिंह से 87 हजार मतों से चुनाव हार गए। पांच साल बाद यानी 2019 में सपा ने उनकी जगह दूसरे उम्मीदवार और मीट कारोबारी नासिर कुरैशी को टिकट दिया। जिससे स्थानीय सपा विधायक भड़क गए और हसन को निर्दलीय चुनाव में उतारने की धमकी दे डाली। एसटी हसन की प्रेशर पॉलिटिक्स काम कर गई है और सपा नेतृत्व ने कुरैशी से टिकट लेकर उन्हें दे दिया।

2019 के नतीजे जब आए तो एसटी हसन अपनी सीट निकालने में कामयाब रहे। अबकी बार उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार और तत्कालीन सांसद सर्वेश सिंह को 97 हजार मतों के अंतर से हराकर हिसाब चुकता कर लिया। सपा संस्थापक मुलायम सिंह के निधन होने और अखिलेश एवं आजम खान के सीट छोड़ने के कारण लोकसभा में सपा का नेता एसटी हसन को बनाया गया। अपनी अनदेखी से उनसे वरिष्ठ माने जाने वाले सपा के संभल सांसद शफीकुर्ररहमान बर्क इससे नाराज भी हुए। दरअसल, एसटी हसन 2019 में पहली बार जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं।

परिवार में कौन-कौन ?

मुरादाबाद सांसद डॉक्टर एसटी हसन के परिवार की बात करें तो उनकी पत्नी एक हाउसवाइफ है। उनका एक बेटा और एक बेटी है। बेटी की शादी हो चुकी है। 2019 में चुनाव आयोग को दी गई जानकारी में उन्होंने अपने पास 5.57 करोड़ की संपत्ति होने की बात कही थी। 5 लाख रूपये का उनपर कर्ज भी है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के काफी करीबी माने जाने वाले एसटी हसन का अगले साल आम चुनाव में दोबारा उतरना तय माना जा रहा है।

Tags:    

Similar News