Sambhal Jama Masjid: हिंसा भड़काने को लेकर सांसद जिआउर्रहमान बर्क समेत 5 पर FIR, तनाव बरकरार

Sambhal Jama Masjid: संभल के जामा मस्जिद में हुई हिंसा को भड़काने के आरोप में सपा सांसद जिआउर्रहमान बर्क पर FIR दर्ज किया गया है।

Report :  Sonali kesarwani
Update:2024-11-25 13:53 IST

Sambhal Jama Masjid

Sambhal Jama Masjid: संभल के जामा मस्जिद में जांच के दौरान कल यानी रविवार को भारी हिंसा और तनाव फ़ैल गया था। यह हिंसा इतनी ज्यादा थी की उनमें चार लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद भारी मात्रा में पुलिसबल वहां तैनात किया गया है। पूरे मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए संभल लोकसभा सांसद जिआउर्रहमान बर्क, सदर विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल और अन्य पांच लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है। बात दें कि इन सब पर यह आरोप लगाया गया है कि इन्होने हिंसा भड़काने का काम किया था। जानकारी के लिए बता दें कि सम्भल में हुई हिंसा के बाद पुलिस ने 400 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है वहीँ 21 लोगों को हिरासत में ले लिया है। 

कल तक के लिए इंटरनेट सेवा बंद 

संभल में पिछले दिनों जिस तरीके की हिंसा देखी गई थी उसको देखते हुए प्रशासन ने जिलें में इंटरनेट सेवा बंद कर दिया है। और यह फैसला कल यानी 26 नवंबर तक लिया गया है। कल की हिंसा के बाद पुलिस पूरी रात पैदल गश्त करती रही। जिन जगहों पर आगजनी और भारी पथराव हुआ था वहां पुलिसवालों ने विशेष फोकस दिया था। इसके अलावा जिलें भर में संदिग्ध लोगों पर कड़ी नजर भी रखी गई थी। संभल में आगे ऐसी हिंसा दोबारा न होने पाए उसके लिए प्रशासन ने जनपद में बाहरी लोगों के आवाजाही पर प्रतिबन्ध लगा दिया है। 

पूरे मामले में डीएम राजेंद्र पैंसिया के मुताबिक संभल में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 163 के तहत 30 नवंबर तक निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। इसके अलावा 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूल आज यानी सोमवार तक बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। 

विपक्ष ने सरकार को घेरा 

संभल हिंसा के बाद विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मामले पर अपना बयान देते हुए कहा, "संभल, उत्तर प्रदेश में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाज़ी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। प्रशासन द्वारा बिना सभी पक्षों को सुने और असंवेदनशीलता से की गई कार्रवाई ने माहौल और बिगाड़ दिया और कई लोगों की मृत्यु का कारण बना - जिसकी सीधी ज़िम्मेदार भाजपा सरकार है।" 

क्या है पूरा मामला 

संभल के जामा मस्जिद को लेकर कहा जा रहा है कि मस्जिद के लिए हरिहर भगवान् का मंदिर था जिसे तोड़कर ही मस्जिद का निर्माण करवाया गया है। जिसको लेकर 24 नवंबर को कोर्ट के आदेश पर सुबह सुबह जांच टीम पहुंची थी। जहाँ लगभग दो घंटे तक सर्वे बड़े आराम से हुआ लेकिन उसके बाद मस्जिद के बाहर भीड़ इकठ्ठा होने लगी और देखते ही देखते माहौल हिंसा में बदल गया। जिसके बाद पत्थरबाजी जमकर हुई। 

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