लखनऊ से रवाना हुई सनातन धर्म जागृति यात्रा: अमृतानंद महाराज बोले- 'भारत इस्लामिक देश बना, तो हिंदुओ को भागने की नहीं मिलेगी जगह'
लखनऊ से रवाना हुई सनातन धर्म जागृति यात्रा: अमृतानन्द महाराज (Amritanand Maharaj) ने कहा कि अगर भारत इस्लामिक देश बना, तो अब हिन्दुओ को भागने की भी जगह नहीं मिलने वाली है।
Lucknow: महामंडलेश्वर जूना अखाड़ा यति नरसिंहानंद महाराज (Mahamandaleshwar Juna Akhara Yeti Narasimhanand Maharaj) के प्रतिनिधि एवं गाजियाबाद के डासना देवी मन्दिर (Dasna Devi Temple) के स्वामी अमृतानन्द महाराज (Swami Amritanand Maharaj) ने राजधानी के प्रेस क्लब (press club) में पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि अब संत समाज को आगे आकर सनातन धर्म (Sanatan Dharm) और भारत राष्ट्र की रक्षा (Defense of India Nation) के लिये पहल करनी ही पड़ेगी।
हरिद्वार के सर्वानंद घाट से दो जून को आरम्भ हुई सनातन धर्म संत जागृति यात्रा के लखनऊ (lucknow) में दो दिन के पड़ाव के बाद, अगले गंतव्य स्थान के लिये रवाना होने से पूर्व स्वामी अमृतानन्द महाराज ने यात्रा की पूरी योजनाओं और उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आज सनातन धर्म पर अभूतपूर्व संकट है। यदि हिन्दुओं का जनसंख्या अनुपात इसी तरह घटता रहा, तो वो दिन दूर नहीं जब भारत इस्लामिक देश बन जायेगा।
'भारत इस्लामिक देश बना, तो हिंदुओ को भागने की नहीं मिलेगी जगह'
अमृतानन्द महाराज (Amritanand Maharaj) ने कहा कि अगर भारत इस्लामिक देश बना, तो अब हिन्दुओ को भागने की भी जगह नहीं मिलने वाली है। ये बात मौलाना अब जोर शोर से कहने भी लगे हैं। इन्हीं तथ्यों से जागरूक करने के लिये निकाली जा रही यह यात्रा हिन्दीभाषी क्षेत्रों के सभी धार्मिक मठ मंदिरों और आश्रमों में होते हुये दूसरे चरण में दक्षिण भारत पहुंचेगी, जहां महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी भी भाग लेंगे। यह यात्रा अपने अंतिम चरण में हरिद्वार के सन्तों के दर्शन करेगी और उन्हें पूरे देश के सन्तो से हुए विचार विमर्श के बारे में जानकारी देगी।
'सनातन धर्म की रक्षा की लड़ाई सभी की है'
बता दें कि इस यात्रा में स्वामी कृष्णानंद गिरी, यति कृष्णानंद सरस्वती और अन्य संत भी शामिल है। पत्रकार वार्ता में मौजूद उत्तर प्रदेश अखिल भारत हिन्दू महासभा के अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने सनातन धर्म संत जागृति यात्रा की सराहना करते हुये कहा कि सनातन धर्म की रक्षा और उसके प्रति जागरूक करने के लिये महामंडलेश्वर जूना अखाडा यति नरसिंहानंद महाराज ने जो पहल शुरू की है, वह स्वागत योग्य है।
सनातन धर्म की रक्षा की लड़ाई सिर्फ साधु-संत समाज की नहीं, बल्कि पूरे हिन्दू समाज की है, और इसके लिये उसे आगे आना होगा। त्रिवेदी ने बताया कि इस यात्रा से प्रेरित हिन्दू महासभा सनातन धर्म ((Sanatan Dharm)) की रक्षा एवं उसके प्रति जागरूकता को बढ़ाने के लिये पार्टी स्तर पर कार्यक्रमों की शुरूआत की जायेगी।