Sant Kabir Nagar News: योगी सरकार की मंशा को पलीता लगा रहे जिम्मेदार, आंगनबाड़ी केंद्र में संचालित हो रही गौशाला

Sant Kabir Nagar News: गौ-संरक्षण को लेकर यूपी की योगी सरकार ने 2017 में छुट्टा पशुओं की देखभाल के लिए पूरे प्रदेश में करोड़ों रुपए खर्च कर गौशालाओं का निर्माण कराया था।

Report :  Amit Pandey
Published By :  Shashi kant gautam
Update:2022-03-26 16:52 IST

संतकबीरनगर: आंगनबाड़ी केंद्र में संचालित हो रही गौशाला

Sant Kabir Nagar News: यूपी के संतकबीरनगर जिले (Sant Kabir Nagar District) में जिम्मेदार, उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा को पलीता लगाते नजर आ रहे हैं। जिसके चलते सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट योजना गौशाला, आंगनबाड़ी केंद्र (Anganwadi-center) में संचालित हो रही है और जिम्मेदार मौन है। मामले में सीडीओ ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है।

गौ-संरक्षण (cow protection) को लेकर यूपी की योगी सरकार (Yogi Sarkar) ने 2017 में एक बड़ी पहल की शुरुआत की थी। छुट्टा पशुओं की देखभाल के लिए पूरे प्रदेश में करोड़ों रुपए खर्च कर गौशालाओं का निर्माण कराया था। जहां गौवंशीय पशुओं के लिए चारा सहित तमाम इंतजाम भी किए गए थे। लेकिन जिम्मेदार नौकरशाहों ने योगी सरकार की इस बड़ी पहल पर ऐसा पलीता लगाया कि ज़िले के नौकरशाहों ने इस सिस्टम को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है।

आंगनबाड़ी केंद्र को ही छुट्टा गौवंशीय पशुओं का गौशाला बना डाला

ऐसा ही एक नजारा यूपी के संत कबीर नगर (Sant Kabir Nagar) जिले में देखने को मिला, जहां के जिम्मेदारों ने आंगनबाड़ी केंद्र को ही छुट्टा गौवंशीय पशुओं का गौशाला बना डाला और जो काम आंगनबाड़ी केंद्र में होना चाहिए वो काम धरातल पर पूरी तरह से गायब है। संतकबीरनगर जिले का सबसे चर्चित साथा ब्लॉक, जो मनरेगा घोटाले में सीबीआई की जांच के घेरे में है। उसी साथा ब्लाक में आने वाला अगियौना गांव है, जहां के अधिकारी सारे नियम को अपने ठेंगे पर रखते हैं। वो इस लिए कि यहां के जिम्मेदार अधिकारियों ने नवनिर्मित आंगनबाड़ी केंद्र को गौशाला बना दिया है।


यूपी की योगी सरकार की योजनाओं को अधिकारी लगा रहे पलीता

वैसे तो सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्र बनाने के मकसद से इसलिए करोड़ों रुपए खर्च किए कि उन आंगनबाड़ी केंद्रों में कुपोषित मासूम बच्चों की देखभाल हो। लेकिन यहां तो यूपी की योगी सरकार (Yogi Sarkar) की योजनाओं को ही जिम्मेदार अधिकारी पलीता लगाते हुए नजर आ रहे हैं और गौशाला की जगह जिम्मेदार अधिकारियों ने आंगनबाड़ी केंद्र को ही गौशाला बनाकर रख दिया है। आंगनबाड़ी केंद्र में जो कुछ संचालित होना चाहिए उधर वह धरातल पर नहीं, बस सब कुछ कागजों में ही चल रहा है। वह इसलिए क्योंकि आंगनवाड़ी केंद्र तो गौशाला में तब्दील हो चुका है।


सीडीओ सुरेंद्र नाथ श्रीवास्तव ने कड़ी कार्यवाही करने की बात कही

गांव के लोगों का कहना है कि भैया डेढ़ साल से इस आंगनवाड़ी केंद्र में गौशाला (cowshed) ही चल रहा है, बच्चे कहां जाते हैं? आंगनवाड़ी कार्यकर्ती अपनी डियूटी कहां निभाती हैं?इसका किसी को कोई भी अता-पता नहीं है। इस पूरे मामले पर जब सीडीओ सुरेंद्र नाथ श्रीवास्तव (CDO Surendra Nath Srivastava) से बात की गई तो उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल खंड विकास अधिकारी से बात करते हुए जल्द से जल्द पशुओं को गौशाला में पहुंचाने की हिदायत दी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की बात कही।

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