अपना भारत-न्यूजट्रैक के प्रयास से मिला बिछड़ा परिवार

वही इस कार्य के बाद अपना भारत समाचार पत्र का काफी चर्चा हो रहा है। क्षेत्र के साथ गांव के लोगों का कहना है कि इस समाचार पत्र के साथ जुड़े पत्रकार ने इंसानियत का मिसाल पेश किया है।

Update: 2019-10-25 05:07 GMT

लखनऊ: शैतान रूपी मनुष्यों के समाज में महिलाएं अपने को असहज महसूस करती हैं जब वह कहीं सफर करते हुए अकेल होती हैं। आज के जमाने में शैतान रूपी मनुष्यों में इंसानियत नाम की कोई चीज नहीं है इन शैतानों रूपी मनुष्यों के बीच कुछ ऐसे लोग भी हैं जो दूसरों के संकट की घड़ी में उनके साथ खड़े होते हैं। जिसका उदाहरण पेश किया अपना भारत के जिला संवाददाता रजनीश कुमार मिश्र ने जिनके अथक प्रयास से एक मूक-बधिर महिला को उसके परिवार से मिला दिया।

मूक-बधिर महिला दुकान पर बैठकर रो रही थी

ज्ञात हो कि बुधवार को बाराचवर के तीमोहानी पर बस से उतरी एक मूक-बधिर महिला दुकान पर बैठकर रो रही थी। और उनके हाथ में पते के नाम पर एक पर्ची था जिसमें सिर्फ बाराचवर लिखा हुआ था। और वहां लोगों की भीड़ इकट्ठा थी तभी शाम को करीब 4:00 बजे अपना भारत के जिला संवाददाता पहुंचे और लोगों से जानकारी ली वहां इकट्ठा हुए लोगों ने बताया कि एक मुखबधिर महिला है जो बाराचवर गांव में जाने के लिए बस स्टैंड पर उतरी हैं, और इनके हाथ में एक कागज पर सिर्फ बाराचवर लिखा हुआ है पते के नाम पर और कुछ नहीं है।

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अपना भारत के पत्रकार ने पहचान कराने का किया कोशिश

अपना भारत के जिला संवाददाता ने बताया कि उस मुख बधिर महिला को अपने मोटरसाइकिल पर बिठाकर गांव के ही। व्यक्ति किरन को साथ लेकर क्षेत्र के साथ बाराचवर गांव में पहचान कराया लेकिन उस मुख बधिर का ना ही कोई रिश्तेदार मिला ।और ना ही कोई पहचानने वाला वही पहचान कराते वक्त अंधेरा होने पर बाराचवर गांव के ही गुलाब राम की पत्नी ने पत्रकार के कहने पर उस महिला को अपने पास रखा और अतिथि देवो भवः के तहत उस महिला का आदर सम्मान भी किया।

आधार कार्ड से हुई पहचान

उस महिला के पहचान उसके पास मिले आधार कार्ड से किया गया ।जिसमें लिखा था मीरा देवी पत्नी नखड़ू राम उतरौली रेवतीपुर त्रिलोकपुर अपना भारत के संवाददाता ने बताया कि इशारे के तौर पर दूसरे का आधार कार्ड दिखाया गया ।तो मुख बधिर महिला मीरा ने इशारों से साफ मना कर दिया काफी कहने के बाद अपना बैग खोल आधार कार्ड दिखाया।

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बरेसर पुलिस पीआरबी के एक सिपाही ने किया सहयोग

अपना भारत के जिला संवाददाता ने बताया कि बरेसर पुलिस पीआरबी के सिपाही आशीष गुप्ता ने उसके परिवार से मिलाने में काफी सहयोग किया है ।वही इस बाबत आशीष गुप्ता ने बताया कि अपना भारत के पत्रकार रजनीश मिश्रा ने कहा कि आप रेवतीपुर में रहे हैं। किसी से पता करिए वहां पर तो मैंने रेवतीपुर थाने में स्थित एक सिपाही से संपर्क किया और वहां के प्रधान का नंबर ले लिया।

रेवतीपुर के त्रिलोकपुर प्रधान ने मुख बधिर महिला मीरा को पहचाना

पीआरबी के सिपाही आशीष गुप्ता ने कहा कि त्रिलोकपुर के प्रधान मोती यादव के व्हाट्सएप पर फोटो भेजने के बाद वहां के प्रधान ने पहचान किया और कहा कि हम लोग उसे लेने सुबह आएंगे। प्रधान ने कहा कि इसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट रेवतीपुर में दर्ज कराई गई है। और मैं आप लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं प्रधान ने कहा अपना भारत और आप जैसे सुरक्षित हाथों में है तो मुझे इस गांव के प्रधान होने के नाते चिंता करने की कोई बात नहीं है।मोती यादव ने बताया कि मुख बधिर महिला मीरा बुधवार की रात करीब 1:00 बजे से ही गायब थी मोती यादव ने बताया कि इसके घर में 70 वर्षीय सास के अलावा कोई नहीं है इसका पति आज से 4 साल पहले घर में ही फांसी लगाकर किसी कारणवश आत्महत्या कर लिया था। हो सकता है किसी के बहकावे में आकर मीरा रात में निकल गई हो।

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बृहस्पतिवार की सुबह किया परिवार के हवाले

गुरुवार को करीब 10:00 बजे त्रिलोकपुर प्रधान के साथ उस मूक बधिर महिला मीरा के सगे संबंधी भी बाराचवर गांव पहुंचे। जहां पहुंचने के बाद गुलाब राम ने अपना भारत के जिला संवाददाता को बुलाया और सभी ग्रामीणों के सामने उस महिला को त्रिलोकपुर के प्रधान मोती यादव व परिवार के हवाले कर दिया।।

क्षेत्र में अपना भारत का है चर्चा

वही इस कार्य के बाद अपना भारत समाचार पत्र का काफी चर्चा हो रहा है। क्षेत्र के साथ गांव के लोगों का कहना है कि इस समाचार पत्र के साथ जुड़े पत्रकार ने इंसानियत का मिसाल पेश किया है।

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