राजधानी में जर्जर ई-रिक्शों का जल्द शुरू होगा फिटनेस टेस्ट
राजधानी में करीब तीन हजार से अधिक जर्जर ई-रिक्शे दौड़ रहे हैं।परिवहन विभाग इन ई-रिक्शों के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाकर जल्द ही फिटनेस टेस्ट शुरू करने की तैयारी कर रहा है, ताकि किसी भी अनहोनी घटना से बचा जा सके।आरटीओ प्रशासन एके सिंह ने बुधवार को बताया कि राजधानी में करीब तीन हजार के आसपास जर्जर ई -रिक्शे दौड़ रहे हैं। इन रिक्शों का फिटनेस टेस्ट जल्द ही किया जाएगा। फिटनेस टेस्ट में पास होने वाले ई -रिक्शा ही सवारी ढोह सकेंगे।
लखनऊ: राजधानी में करीब तीन हजार से अधिक जर्जर ई-रिक्शे दौड़ रहे हैं।परिवहन विभाग इन ई-रिक्शों के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाकर जल्द ही फिटनेस टेस्ट शुरू करने की तैयारी कर रहा है, ताकि किसी भी अनहोनी घटना से बचा जा सके।आरटीओ प्रशासन एके सिंह ने बुधवार को बताया कि राजधानी में करीब तीन हजार के आसपास जर्जर ई -रिक्शे दौड़ रहे हैं। इन रिक्शों का फिटनेस टेस्ट जल्द ही किया जाएगा। फिटनेस टेस्ट में पास होने वाले ई -रिक्शा ही सवारी ढोह सकेंगे।
यह भी पढ़ें.....एयरस्ट्राइक के बाद भी नहीं सुधरा पाक, भारत ने यूं दिया मुंहतोड़ जवाब
उन्होंने बताया कि लखनऊ में तीन हजार के आसपास ऐसे ई- रिक्शे सवारी ढो रहे हैं जिनकी उम्र पूरी हो चुकी हैं। ये कभी भी सड़क हादसे का शिकार हो सकते हैं। इसलिए ऐसे रिक्शों के खिलाफ जल्द चेकिंग अभियान चलाकर पुन: फिटनेस टेस्ट कराया जाएगा। ई -रिक्शा का फिटनेस शुल्क मालिक को जमा करना होगा।
आरटीओ ने बताया कि जो रिक्शे खतरनाक है उन्हें पुन: फिटनेस कराना होगा। शुरूआत में ई- रिक्शे का फिटनेस दो वर्ष तक के लिए हुआ था। ऐसे ई- रिक्शा मालिकों को तीन वर्ष तक के लिए 7200 रुपये टैक्स, एक हजार रुपये पुन: रजिस्ट्रेशन व छह सौ रुपये फिटनेस फीस जमा करनी होगी।
यह भी पढ़ें.....भारत की कार्रवाई के बीच पाक के झूठे दावे, जारी किया 3 साल पुराना वीडियो
दरअसल,शहर में करीब तीन हजार ई- रिक्शे जर्जर अवस्था में चल रहे है। इनके खिलाफ परिवहन विभाग बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है। जर्जर ई- रिक्शों में बहुत से तो कबाड़ हो चुके हैं और बगैर डीएल के चल रहे हैं।