महाराष्ट्र चुनाव: शिवसेना ने जारी किया घोषणापत्र, जानिए इसकी बड़ी बातें

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जीत के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। जनता को खुश करने के लिए पार्टियां उनसे अनेक वादे कर रही हैं। इसी कड़ी में बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने शनिवार को अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया।

Update:2023-08-05 05:30 IST

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जीत के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। जनता को खुश करने के लिए पार्टियां उनसे अनेक वादे कर रही हैं। इसी कड़ी में बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने शनिवार को अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया।

शिवसेना ने आदित्य ठाकरे की अगुवाई में अपना घोषणा पत्र जारी किया। मेनिफेस्टो के कवर पर बाला साहेब ठाकरे, उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे की तस्वीर है। वर्ली विधानसभा सीट से आदित्य ठाकरे चुनाव मैदान में हैं।

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पार्टी के घोषणा पत्र में आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों की शिक्षा के लिए महाविद्यालय, हर जिले में एक महिला बचत घर, कामकाजी महिलाओं के लिए सरकारी हॉस्टल, रोजगार और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने का वादा किया गया है। इस दौरान युवा सेना के प्रमुख आदित्य ठाकरे, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और पार्टी नेता प्रियंका चतुर्वेदी मौजूद रहीं।

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आरे को वन क्षेत्र बनाने पर अड़े

आदित्य ठाकरे ने घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा कि हमारा मेनिफेस्टो अलग-अलग क्षेत्रों के लिए भी था, लेकिन वर्तमान घोषणा पत्र पूरे राज्य के लिए है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने मुंबई और थाने के लिए भी मेनिफेस्टो तैयार किया था। अभी भी हम आरे को वन क्षेत्र बनाने पर अड़े हुए हैं।

10 रुपए में खाना और 1 रुपए में दवाई

आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमारा वचननामा (घोषणा पत्र) बहुत रिसर्च करने के बाद तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में बिजली बिल घटाने, 10 रुपये में खाना देने की योजना पर कितना खर्च आएगा, इस पर भी घोषणा पत्र में जिक्र है। 1 रुपए में गरीब व्यक्ति को सभी तरह की दवाइयां मिल सकें इसकी कोशिश है।

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राम मंदिर पर बोलने से इंकार

तो वहीं उद्धव ठाकरे ने कहा कि दशकों पहले हमारे पास भूमि पुत्र का मुद्दा था। अब कांग्रेस और एनसीपी बेकार हो गए हैं, इसलिए वे भूमि पुत्र का मुद्दा उठा रहे हैं। शिवसेना प्रमुख ने कहा कि कर्ज माफी नहीं तो कर्ज मुक्ति का किसानों को वचन देता हूं। ठाकरे ने राम मंदिर के मुद्दे पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।

बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी साथ मिल कर चुनाव लड़ रही हैं, लेकिन घोषणापत्र को लेकर सहमति न बन पाई जिसकी वजह से शिवसेना ने अपना अलग से घोषणापत्र जारी किया।

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