शोभायात्रा के दौरान भड़की हिंसा, फायरिंग में एक युवक की मौत, दलितों के घर फूंके
एक पत्थर से शुरू हुई हिंसा दलितों और सवर्णों के बीच पहले पथराव और फिर फायरिंग में बदल गई। फायरिंग में रसूलपुर गांव निवासी 25 वर्षीय सुनीत की मौत हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
सहारनपुर: बडगांव थाना क्षेत्र के शब्बीरपुर गांव में दो वर्गों के बीच हिंसा में एक युवक की मौत हो गई जबकि कई लोग घायल हैं। दोनों तरफ से पथराव के बाद एक वर्ग ने दलितों के घरों में आग लगा दी। यह टकराव महाराणा प्रताप की जयंती के मौके पर शोभायात्रा निकालने के दौरान हुआ।
पथराव के बाद खूनी संघर्ष
जानकारी के मुताबिक गांव में शुक्रवार को महाराणा प्रताप की जयंती मनाई जा रही थी।
जयंती मनाने के लिए दूसरे गांवों से भी क्षत्रिय समाज के लोगों को आमंत्रित किया गया था।
शब्बीरपुर गांव के क्षत्रिय समाज के कुछ युवकों को डीजे लेकर जाते हुए थानाध्यक्ष बडगांव ने रोक दिया।
इसी बीच गांव की तरफ से किसी ने इन युवकों पर पत्थर फेंक दिया।
एक पत्थर से शुरू हुई हिंसा दलितों और सवर्णों के बीच पहले पथराव और फिर फायरिंग में बदल गई।
फायरिंग में रसूलपुर गांव निवासी 25 वर्षीय सुनीत की मौत हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
मामला इतना बढा कि एक वर्ग ने गांव के दलितों के घरों में आग लगा दी।
गुस्साई भीड़ ने पुलिस की एक बाइक और गांव में खडे अन्य वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया और पुलिस जीप में तोड़फोड़ की।
गौरतलब है कि गांव के रविदास मदिर में मूर्ति स्थापना को लेकर गांव के दलितों व सवर्णों में पहले से ही तनातनी चला आ रही है।
सवर्णों की शिकायत पर प्रशासन ने मूर्ति स्थापना भी नहीं होने दी थी।
ताजा बवाल की आंच पास के गांव महेशपुर तक पहुंच गयी। वहां भी दलितों के घरों और दुकानों में तोड़फोड़ हुई है।
पुलिस तैनात
जानकारी मिलने पर डीआईजी जितेन्द्र कुमार शाही, डीएम एनपीसिंह, एसएसपी सुभाष चंद दुबे,एडीएमई एसके दुबे, एडीएफ हरीश चंद्रा, एसपी देहात रफीक अहमद, एसपी सिटी संजय सिंह, एसडीएम व सीओ देवबदं भी भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और किसी तरह हालात काबू पाया।
पड़ोसी जिलों से भी फोर्स बुला ली गई है और गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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