Shravasti News: चौधरी श्यामता प्रसाद महिला महाविद्यालय में जल जीवन विषय पर गोष्ठी आयोजन, जल संचयन पर सभी ने दिया जोर
Shravasti News: जल गोष्ठी की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्रधानाचार्य डॉक्टर सिम्मी तिवारी ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला उद्यान अधिकारी अवनीश श्रीवास्तव ,प्रवीण कुमार व डॉक्टर सिम्मी तिवारी ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित करके और माल्यार्पण करके किया।;
चौधरी श्यामता प्रसाद महिला महाविद्यालय में जल जीवन विषय पर गोष्ठी आयोजन (photo: social media )
Shravasti News: जल संकट और पर्यावरणीय असंतुलन के बढ़ते खतरों के बीच ‘पानी संस्था श्रावस्ती" ने जिले के तहसील इकौना क्षेत्र अन्तर्गत चौधरी श्यामताप्रसाद महिला महाविद्यालय खरगौरा बस्ती में विश्व जल दिवस के अवसर पर ‘क्या पानीदार रहेगी हमारी दुनिया’ विषय पर एक महत्वपूर्ण गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है।
जल गोष्ठी की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्रधानाचार्य डॉक्टर सिम्मी तिवारी ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला उद्यान अधिकारी अवनीश श्रीवास्तव ,प्रवीण कुमार व डॉक्टर सिम्मी तिवारी ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित करके और माल्यार्पण करके किया। कार्यक्रम में डॉक्टर सिम्मी तिवारी ने कहा कि जल है तो कल है”, बावजूद इसके जल बेवजह बर्बाद किया जाता है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि जल-संकट का समाधान जल के संरक्षण से ही है।
जल ही जीवन है
हम हमेशा से सुनते आये हैं “जल ही जीवन है”। जल के बिना सुनहरे कल की कल्पना नहीं की जा सकती, जीवन के सभी कार्यों का निष्पादन करने के लिये जल की आवश्यकता होती है। इस दौरान जिला उद्यान अधिकारी अवनीश श्रीवास्तव ने कहा कि जल पृथ्वी पर उपलब्ध एक बहुमुल्य संसाधन है जल, या यूं कहें कि जल सभी सजीवो के जीने का आधार है। उन्होंने कहा कि धरती का लगभग तीन चौथाई भाग जल से घिरा हुआ है, किन्तु इसमें से 97 फीसदी पानी खारा है जो पीने योग्य नहीं है, पीने योग्य पानी की मात्रा सिर्फ 3 फीसदी है। इसमें भी 2 फीसदी पानी ग्लेशियर एवं बर्फ के रूप में है।
इस प्रकार सही मायने में मात्र 1प्रतिशत पानी ही मानव के उपयोग के लिए धरती पर उपलब्ध है। वही विद्यालय के प्रबंधक सुरेंद्र कुमार चौधरी ने कहा नगरीकरण और औद्योगिकीरण की तीव्र गति व बढ़ता प्रदूषण तथा जनसंख्या में लगातार वृद्धि के साथ प्रत्येक व्यक्ति के लिए पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करना एक बड़ी चुनौती है। कहा कि जैसे जैसे गर्मी बढ़ रही है देश के कई हिस्सों में पानी की समस्या विकराल रूप धारण कर रही है।
प्रतिवर्ष यह समस्या पहले के मुकाबले अब और बढ़ती जाती है, लेकिन हम हमेशा यही सोचते हैं बस जैसे तैसे गर्मी का सीजन निकाल जाये, बारिश आते ही पानी की समस्या दूर हो जायेगी और यह सोचकर जल सरंक्षण के प्रति बेरुखी अपनाये रहते हैं।इस अवसर अवधेश बहादुर सिंह, शशांक मिश्रा ,बॉबी देओल, श्याम कली ,सुंदर पता, नीलम, पूनम देवी आदि महिलाएं मौजूद रही है।इस कार्यक्रम सभा का संचालन प्रोफेसर शैन लता पांडेय ने किया।