Shravasti News: लाठीचार्ज करने के विरोध में वकीलों का विरोध प्रदर्शन, SDM को ज्ञापन देकर दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग
Shravasti News: इस घटना के विरोध में शनिवार को अधिवक्ता संघ इकौना ने आज विरोध प्रदर्शन किया और एसडीएम इकौना ओम प्रकाश को मांगपत्र सौंपा ।;

लाठीचार्ज करने के विरोध में वकीलों का विरोध प्रदर्शन (photo: social media )
Shravasti News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। विभूति खंड थाने में हुई झड़प के बाद पुलिस द्वारा 150 वकीलों पर मुकदमा दर्ज किए जाने से अधिवक्ताओं में आक्रोश बढ़ गया है। इस घटना के विरोध में शनिवार को अधिवक्ता संघ इकौना ने आज विरोध प्रदर्शन किया और एसडीएम इकौना ओम प्रकाश को मांगपत्र सौंपा । वकीलों की मांग है कि दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जाए और उन पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं।
बता दें कि होली के मौके पर लखनऊ के विभूति खंड थाने में पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते बड़े विवाद में बदल गई। अधिवक्ताओं का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ अभद्रता की और कई वकीलों को पीटा। इस घटना के बाद अधिवक्ताओं ने 10 पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में 150 वकीलों पर मुकदमा दर्ज कर दिया। शनिवार को श्रावस्ती में अधिवक्ता संघ इकौना ने आपातकालीन बैठक बुलाई, जिसमें वकीलों की एकजुटता और विरोध प्रदर्शन को लेकर कई फैसले लिए गए। बैठक में कई प्रस्ताव पारित किए गए, जिसमें 22 मार्च से सभी अधिवक्ताओं के कार्य बहिष्कार पर सहमति बनी। वकीलों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो विरोध प्रदर्शन की रणनीति और बढाई जाएगी।
दोषी पुलिस कर्मियों को निलंबित किया जाए
वकीलों ने चेतावनी दी है कि अगर उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस नहीं लिए गए, तो वे अपना आंदोलन और तेज करेंगे। ज्ञापन में अधिवक्ता ने मांग की है कि दोषी पुलिस कर्मियों को निलंबित किया जाए और घटना की न्यायिक जांच कराई जाए। साथ ही अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए। साथ ही पुलिस प्रशासन व अधिवक्ताओं के बीच सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने के लिए वार्ता हो और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित नियम बनाए जाएं।
इस बीच अधिवक्ताओं ने लखनऊ पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की है।इस मौके पर अधिवक्ता संघ इकौना अध्यक्ष पवन कुमार मिश्र, महामंत्री श्रीधर द्विवेदी, पूर्व अध्यक्ष ए के सिंह, दिलीप शर्मा, उदय राज तिवारी, सुरेन्द्र कुमार मिश्र,पाटेश्वरी प्रसाद मिश्र, अनिल मिश्र,वंश राज शुक्ल, बुद्धि सागर मिश्र, बुद्धि सागर कनौजिया, राधेश्याम मिश्र,राम कुमार शुक्ल, आशुतोष पाठक, मुनेश्वर पांडेय,राम शरण पांडेय, दिलीप शुक्ल, विजय श्रीवास्तव, राजेन्द्र प्रसाद मिश्र,के के त्रिपाठी, फणिधर द्विवेदी,भरत लाल मिश्र, राकेश कुमार पांडेय, संजय सिंह,आर पी सिंह, शिवपाल मिश्र, श्याम सुंदर मिश्र,राविन्द्र मिश्र, शिव राम आर्य, धनश्याम शुक्ल,राम राज मिश्र, सुबेदार दूबे,राज दत्त तिवारी,राज कुमार यादव, दूधनाथ यादव, बलरामपुर शुक्ल,ओम प्रकाश द्विवेदी, एसपी मिश्र,उदय चंद पांडेय, सुधीर शुक्ल, सुमित मिश्र,नितीन श्रीवास्तव समेत सैकड़ों अधिवक्ता मौजूद रहे हैं।