Shravasti News : कांग्रेस की बागडोर स्वतंत्रता सेनानी परिवार के खाटी ब्राह्मण नेता विद्यामणि त्रिपाठी के हाथ, कांग्रेसियों ने दी शुभकामनाएं

Shravasti News: कांग्रेस ने देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में संगठन को मजबूत करने की कोशिशें तेज कर दी हैं।;

Update:2025-03-21 20:20 IST

Senior Congress leader Vidyamai Tripathi (Photo: Social Media)

Shravasti News: एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी गठबंधन के अंदर क्षेत्रीय दल सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में संगठन को मजबूत करने की कोशिशें तेज कर दी हैं। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश कांग्रेस हाईकमान अजय राय ने देश के सबसे पिछड़े जिले श्रावस्ती में आगामी 2027 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मजबूत संगठन खड़ा करने के लिए अन्य जातियों को सम्मान देते हुए स्वतंत्रता सेनानी परिवार से आने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता पंडित विद्यामणि त्रिपाठी को जिले की कमान सौंपी है।

कांग्रेसजनों ने नवनियुक्त जिला अध्यक्ष विद्यामणि त्रिपाठी को दी शुभकामनाएं 

वरिष्ठ कांग्रेस नेता पंडित विद्यामणि त्रिपाठी को जिला अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर श्रावस्ती कांग्रेस नेता चंद्र पाल सिंह यादव, उमेश चंद्र मिश्रा, रमाकांत त्रिपाठी, दिलीप शर्मा, बुद्धि सागर मिश्रा, अशोक मिश्रा, राजेंद्र तिवारी, शिव प्रसाद मिश्रा, संजय शुक्ला, डॉ विनय कुमार पांडे, समाजसेवी व पूर्व प्रवक्ता लाल जी पाठक समेत अनेक कांग्रेसजनों ने नवनियुक्त जिला अध्यक्ष विद्यामणि त्रिपाठी को हार्दिक शुभकामनाएं व बधाई प्रेषित की है। कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि जिस विश्वास के साथ कांग्रेस नेतृत्व ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं नवनियुक्त जिला अध्यक्ष विद्या मणि त्रिपाठी पर गहरी आस्था व्यक्त की है, उन्हें पूर्ण विश्वास है कि वह पार्टी की बड़ी उम्मीदों के साथ इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे। कहा गया कि श्री त्रिपाठी जी के नेतृत्व में संगठन और अधिक मजबूत होगा, जनहित की लड़ाई को नई ताकत मिलेगी और पार्टी के विचार जनता तक प्रभावी ढंग से पहुंचेंगे और उनके नेतृत्व में हम सभी के प्रयास से पार्टी का जनता से रिश्ता और अधिक मजबूत होगा।

कांग्रेस सपा गठबंधन श्रावस्ती लोकसभा चुनाव जीतने में सफल 

कहा गया कि वह संघर्ष और सेवा के संकल्प के साथ आगे बढ़ें, हम सभी तन, मन और धन से श्री त्रिपाठी के साथ खड़े रहेंगे। राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय है कि जब भाजपा ने पिछड़े वर्ग से डॉ मिश्रीलाल वर्मा को जिले की कमान सौंपी थी, तो यह स्पष्ट था कि कांग्रेस स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवार से एक ब्राह्मण जिला अध्यक्ष को कमान सौंपेगी। आपको बता दें कि श्रावस्ती जिले में दो नगर परिषदों में से एक इकौना नगर पंचायत में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष नसीम चौधरी की पत्नी गजाला चौधरी को पंचायत चुनाव में जिताकर सभी दलों के समीकरण फेल कर दिए।

नगर पंचायत इकौना चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस को फिर से एक नई ऊर्जा मिली और कांग्रेसियों का आत्मविश्वास जाग उठा। इतना ही नहीं पिछले लोकसभा चुनाव में कमजोर इंडी प्रत्याशी राम सिरोमणि वर्मा को जिताकर पार्टी का जनाधार साबित किया। बताया जा रहा है कि नवनियुक्त जिला अध्यक्ष विद्यामणि त्रिपाठी ने श्रावस्ती लोकसभा के वर्तमान सांसद राम सिरोमणि वर्मा को जिताने में अहम भूमिका निभाई है और उनकी रणनीति के कारण ही कांग्रेस सपा गठबंधन श्रावस्ती लोकसभा चुनाव जीतने में सफल हो पाया।

ब्राह्मण वोटरों को वापस कांग्रेस की ओर लाने की कोशिश 

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व ने उनकी रणनीति, अनुभव और कौशल का इनाम देते हुए उन्हें आगामी 2027 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को जीत दिलाने का टास्क दिया है। गौरतलब है कि श्रावस्ती विधानसभा ब्राह्मण बाहुल्य विधानसभा है, जो आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अलावा अन्य दलों के लिए चुनौती खड़ी कर सकती है। साथ ही जिला अध्यक्ष के बहाने ब्राह्मण वोटरों को वापस कांग्रेस की ओर लाने की कोशिश की जाएगी। बताया जा रहा है कि संगठनात्मक ढांचे के जरिए कांग्रेस देश की आजादी में योगदान देने वालों के परिजनों के जरिए प्रदेश के उपेक्षित ब्राह्मणों, मुस्लिमों और दलितों पर फोकस करेगी और सभी जातियों और वर्गों को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दे रही है। साथ ही कांग्रेस अध्यक्षों के जरिए प्रदेश की जनता को यह संदेश देगी कि वह न तो आरक्षण के खिलाफ है और न ही धार्मिक तुष्टीकरण के पक्ष में है। बल्कि कांग्रेस उन लोगों को मौका देना चाहती है जिनके पूर्वजों ने बड़ी मुश्किल से देश को आजाद कराने के लिए अपना खून-पसीना बहाया और आज हम जो खुली हवा में सांस ले रहे हैं, वे बिना किसी संदेह और स्वतंत्रता के आम आदमी के बीच और खुले मंच पर अपनी बात रखकर देश की तरक्की को आगे ले जा सकें।

राहुल गांधी के संदेश की झलक दिखाने की कोशिश

इस फार्मूले का असर कांग्रेस के जिला अध्यक्षों के चयन में काफी हद तक देखने को मिलेगा। साथ ही अब कांग्रेस को समझ आ गया है कि देश को तरक्की की राह पर लाने के लिए सत्ता में आना जरूरी है और इसके लिए नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के विचारों और रणनीति पर काम करना होगा। तभी प्रदेश नेतृत्व संगठन तैयार कर कांग्रेस नए रंग-रूप और कलेवर में सियासी मैदान में उतरेगी। साथ ही जनहित के मुद्दों पर संघर्ष और अनुभव कांग्रेस के मिश्रण में पहली प्राथमिकता होगी। साथ ही बुनियादी संगठन में भी पार्टी राहुल गांधी के संदेश की झलक दिखाने की कोशिश कर रही है।

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