Paras Hospital Case: आप पार्टी ने दिया धरना, की संचालक के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग
Shri Paras Hospital Case के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने धरना कर अस्पताल संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग है।;
प्रदर्शन करते आप कार्यकर्ता (फोटो साभार- सोशल मीडिया)
Shri Paras Hospital Case: आगरा में ऑक्सीजन के मॉक ड्रिल की बात कह कर चर्चा में आए श्री पारस हॉस्पिटल (Shri Paras Hospital) के संचालक डॉ अरिंजय जैन की मुश्किलें लगातार बढ़ती हुई नजर आ रही है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बाद अब आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इस मामले को लेकर धरना प्रदर्शन किया है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता सुबह दस बजे सेंट जोन्स चौराहे पर पहुंचे और नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन किया।
यही नहीं आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने श्री पारस हॉस्पिटल के संचालक डॉ अरिंजय जैन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किए जाने की भी मांग उठाई है। साथ ही निष्पक्ष जांच एजेंसी से प्रकरण की जांच करवाए जाने की मांग उठाई है। आम आदमी पार्टी पदाधिकारियों का कहना है कि जब तक उनकी सभी मांगों पर सुनवाई नहीं की जाएगी, उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
जानें क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि श्री पारस हॉस्पिटल के संचालक डॉ अरिंजय जैन से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वायरल हुए वीडियो में अस्पताल संचालक डॉ अरिंजय जैन की आवाज सुनाई दे रही थी। वायरल हो रहे इस वीडियो में कहा जा रहा था कि 5 मिनट के लिए मरीजों की मॉक ड्रिल की गई। ऑक्सीजन सप्लाई बंद की गई।
5 मिनट में 22 मरीजों की मौत हो गई। वायरल वीडियो पर अधिकारियों ने संज्ञान लिया। जांच की गई और प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए गए। इस मामले में डॉ. अरिंजय ने ये तो माना है कि आवाज उन्हीं की है, लेकिन वो सारे आरोपों को खारिज कर रहे हैं।
हॉस्पिटल को किया गया सील
इसके बाद जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए श्री पारस हॉस्पिटल को सील कर दिया है। अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने पर रोक लगा दी गई है। अस्पताल के संचालक डॉक्टर अरिंजय जैन के खिलाफ थाना न्यू आगरा में महामारी अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा भी दर्ज किया गया है । यह मामला देश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। मामले की जांच अभी जारी है।
मांगे जाएंगे ये सभी रिकॉर्ड
वहीं, स्वास्थ्य विभाग की ओर से बनी जांच कमेटी के प्रभारी डॉ. वीरेंद्र भारती ने बताया कि पूरे मामले की डीएम की संस्तुति पर मजिस्ट्रेटी जांच हो रही है। विभाग की आंतरिक कमेटी भी मामले की जांच में जुटी हुई है। मौके पर अस्पताल का संचालक मौजूद नहीं था। अस्पताल संचालक से 26 और 27 अप्रैल को भर्ती मरीज, ऑक्सीजन सिलेंडर की लॉकबुक समेत अन्य रिकार्ड मांगे जाएंगे।
प्रकरण में राजनीति भी
वहीं इस मामले में जमकर राजनीति भी हो रही है। बीते दिनों कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी सरकार में ऑक्सीजन और मानवता की भारी कमी है। इस खतरनाक अपराध के जिम्मेदार सभी लोगों के खिलाफ तुरंत कार्यवाही होनी चाहिए। जबकि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों का जिम्मेदार कौन है?
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