Siddharthnagar News: पुलिस की बड़ी कार्रवाई, फर्जी जन्म प्रमाण पत्र व आधार कार्ड बनाने वाले दो युवक गिरफ्तार
Siddharthnagar News: फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड बनाने वाले दो ग्राहक सेवा केन्द्र संचालकों को एसओजी, सर्विलांस व पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से उपकरण भी बरामद हुए है।
Siddharthnagar News: जनपद में सोशल मीडिया के माध्यम से तकनीकी जानकारी एकत्रित करके फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड बनाने वाले दो ग्राहक सेवा केन्द्र संचालकों को एसओजी, सर्विलांस व पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया। उनके कब्जे से भारी मात्रा में फर्जी जन्म प्रमाण प्रत्र, आधार कार्ड बनाने वाले उपकरण बरामद हुआ है। एसपी प्राची सिंह ने बताया कि मीडिया व सोशल मीडिया प्लेटफार्म से माध्यम से सूचना प्राप्त हुई की शोहरतगढ़ क्षेत्र में भारत-नेपाल सीमा पर स्थित कुछ ग्राहक सेवा केन्द्रों द्वारा ग्राहक से पैसा लेकर फर्जी जन्म प्रमाण प्रत्र, आधार कार्ड बनाये जा रहे है।
ऐसे बनाते थे फेक डॉक्यूमेंट
इसकी सूचना पर तत्काल एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। शोहरतगढ़ के कस्बा कोटिया बाजार से गठित टीम द्वारा एबी टेलीकाम दुकान से दो व्यक्ति केश कुमार यादव व नूर आलम फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाते समय पकडे गए। उनके कब्जे से 10 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र व 47 अदद आधार कार्ड व बनाने के उपकरण लैपटाप, प्रिन्टर, लेमिनेटर, मोबाइल आदि बरामद किया गया। उन्होंने कहा कि अभियुक्तों द्वारा पूछताछ के दौरान केश कुमार यादव ने बताया कि मैं और नूर आलम दोस्त हैं तथा मेरे सगे भाई राम बेलास जो दिल्ली में काम करते है कभी कभी आते रहते है। उनको कम्यूटर की बहुत अच्छी जानकारी है। उनके द्वारा एक वेबसाइट/लिंक दिया गया जिसको खोलने से एक पेज आ जाता है जिस पर मैं अपना एक आईडी और पासवर्ड बनाया हूँ।
आईडी और पासवर्ड डालने के बाद इस वेबसाइट के पेज पर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाये जाने हेतु बाकायदा एक फार्म खुल कर आता था। जिसमें जिस व्यक्ति का प्रमाण पत्र बनाया जाना है उस व्यक्ति का नाम, पिता का नाम, माता का नाम, निवास का पता, जिस अस्पताल में जन्म हुआ उस अस्पताल का नाम, जन्म स्थान, जन्म तिथि आदि विवरण भरा जाता था। समस्त विवरण भरे जाने के उपरान्त सबमिट करने पर सरकारी दस्तावेज जैसा जन्म प्रमाण पत्र बन जाता था जिसको तत्काल डाउनलोड करके प्रिण्ट कर लिया जाता था एवं लेमिनेटर से लेमिनेट कर दिया जाता था।
समस्त प्रमाण पत्र जारी करने वाले अधिकारी के नाम का डिजिटल हस्ताक्षर, मुहर भी आ जाता था तथा इसी प्रकार आधार कार्ड को भी स्कैन, इडीट कर नाम पता चेंज कर के ग्राहक से पैस लेकर दे देते है। नूर ने पूछताछ में बताया कि मेरा दुकान नूर ग्राहक सेव केन्द्र के नाम से बढ़नी कस्बे में है। मैं फर्जी जन्म प्रमाण पत्र व आधार कार्ड बनाने के लिये ग्राहक से पैस व उनका विवरण, पैस लेकर केश कुमार यादव को उनके मोबाइल व्हाटसएप, फोन पे पर भेज देता हूं। केश कुमार यादव द्वारा मुझे व्हाटसएप पर फर्जी आधार कार्ड व जन्म प्रमाण पत्र भेज दिया जाता था जिसको हम प्रिन्ट कर ग्राहक को दे देते थे।