Siddharthnagar News: अमरगढ़ महोत्सव अंतिम दिन, गायक कन्हैयालाल मित्तल ने दी प्रस्तुति
Siddharthnagar News: अमरगढ़ समिति के अध्यक्ष और पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने विधायक विनय वर्मा और कन्हैया मित्तल को अमरगढ़ स्मृति चिन्ह और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।
Siddharthnagar News: अमरगढ़ महोत्सव ( Amargarh Festival) के तीसरे और अंतिम दिन की शाम आयोजित कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल भी शामिल हुए। उन्हें सुनने के लिए हजारों की संख्या में क्षेत्र के लोग पंडाल में उनका इंतजार कर रहे थे। शोहरतगढ़ विधायक विनय वर्मा और गायक कन्हैया मित्तल कार्यक्रम के शुरू होने से पूर्व अमर ज्योति का दर्शन कर पुष्प अर्पित किए। जिसके बाद अमरगढ़ समिति के अध्यक्ष और पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने विधायक विनय वर्मा और कन्हैया मित्तल को अमरगढ़ स्मृति चिन्ह और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। जिसके बाद कार्यक्रम आरंभ हुआ।
गायक कन्हैया मित्तल जैसे ही स्टेज पर आए तो पंडाल में मौजूद लोगों की भीड़ उत्साहित होकर जय श्री राम के नारे लगाने लगी। जिसके बाद कन्हैया मित्तल ने हरा हू बाबा पर तेरा भरोसा है और चस्का श्याम की यारी का... भजन गाकर लोगों से खूब जयकारे लगवाए। भजन गाने के दौरान कन्हैया मित्तल ने अमरगढ़ की इतिहास के गौरव की कथा भी लोगों को बताई।
भजन सुनकर झूमने लगे लोग
मित्तल ने एक के बाद एक जैसे मेरा यार है, लेने आजा खाटू वाले, लाल लंगोटा हाथ में घोटो और मंदिर अब बनने लगा है भजन गाकर झूमने पर विवश कर दिया। लोगों की मांग पर कन्हैया मित्तल ने जो राम को लाएं हैं, हम उनको लाएंगे.. और झूम-झूम देखो कैसे नाचे बलवाना भजन गाकर लोगों के अंदर जोश भर दिया। इसके पहले पूर्व राघवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि अमरगढ़ महोत्सव का यह कार्यक्रम प्रत्येक वर्ष और वृहद रूप में होगा।
शहीदों के सम्मान में आंखे नम
उन्होंने बताया कि अमरगढ़ में अंग्रेज अफसर आर्थर गिल्फोर्ड की कब्र भारतीयों क्रांतिकारियों के शौर्य का प्रतीक है, शहीदों के सम्मान में आंखे नम तो होती हैं लेकिन अंग्रजों की कब्र देकर अपने पूर्वजों की शौर्य व वीरता पर गर्व होता है।