लखनऊ: इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने सीतापुर कचहरी परिसर में जिला जज के चेम्बर के बाहर पुलिसवालों की पिटायी करने के मामले में वकील चंद्र भाल गुप्ता के आज जमानत दे दी।
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बता दें कि घटना के समय सीतापुर के पुलिस कप्तान प्रभाकर चौधरी जिला जज से एक मीटिंग करने आये थे। घटना के बाद पुलिस व वकीलों मे विवाद काफी बढ़ गया था जो बाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दखल के बाद शान्त हुआ। बाद में वकीलों के दबाव के चलते सीतापुर पुलिस कप्तान का स्थानांन्तरण कर दिया गया था।
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जमानत अर्जी पर बहस करते हुए वकील नदीम मुर्तजा व वकील अमित कुमार सिंह भदौरिया का तर्क था कि वकील चंद्र भाल गुप्ता निर्दोष हैं। पुलिस ने जानबूझकर घटना के बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया। यह भी तर्क दिया गया कि गुप्ता एक अच्छे वकीलों में गिने जाते हैं और वह सदैव बार व बेंच की इज्जत करने वाले है। उनके खिलाफ कभी कोई आपराधिक केस दर्ज नहीं रहा है।
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जमानत देते हुए जस्टिस ए आर मसूदी ने कहा कि वकील समुदाय व जिला प्रशासन समाज का अभिन्न अंग हैं। उन्हेंने वकीलों पर भरेसा जताया कि वे आम जनता में न्यायपालिका का भरेसा बनाये रखने के लिए काम करेंगे।