मौत को दावत देती सब्जी मंडियां, जमकर उड़ाई जा रही हैं सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ
कोरोना के चलते वाराणसी शहर के हालात बदतर होते जा रहे हैं। अस्पताल से लेकर श्मशान घाटों तक हाहाकार मचा हुआ है।
वाराणसी: कोरोना के चलते वाराणसी शहर के हालात बदतर होते जा रहे हैं। अस्पताल से लेकर श्मशान घाटों तक हाहाकार मचा हुआ है। हालात पर काबू पाने के लिए वीकेण्ड लॉकडाउन लगाया गया लेकिन शहर के कई जगहों पर लोग इसकी धज्जियाँ उड़ाते हुए दिखे। शहर के लगभग सभी सब्जी मंडियों में बेतहाशा भीड़ देखने को मिली।
लॉकडाउन से शहर की सब्जी मंडियों को मुक्त रखा गया था, इस हिदायत के साथ कि कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा पालन किया जायेगा। मंडियों को खोलने के पीछे मकसद आम जनमानस की जरूरतों को पूरा करना था। लेकिन शायद बनारस के लोग कोविड प्रोटोकॉल को भूल गए। वो भूल गए कि कोरोना अब किस तरह जानलेवा बन चुका है। सब्जी मंडियों में ना दुकानदारों ने मास्क पहन रखा था और ना ही ग्राहकों ने। सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ाते लोग बेखौफ़ होकर खरीददारी में मशगूल थे।
मंडियों में नहीं हो रहा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन
हैरानी इस बात की है कि सब्जी मंडियों में किसी तरह कि रोकटोक नहीं है। ना ही जिला प्रशासन का कोई कर्मचारी मौजूद है और ना ही कोई पुलिवाला। सवाल इस बात का है कि कहीं शहर कि सब्जी मंडियां कोरोना का कैरियर ना बन जाये। लोगों की लापरवाही जानलेवा बन सकती है। आपको बता दें कि वाराणसी में प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दो हजार के पार आ रही है। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोग मर रहे हैं। हालात पर काबू पाने के लिए खुद प्रधानमंत्री ने समीक्षा बैठक की।