Sonbhadra: सोनभद्र में सियासी उबाल, बीडीसी सदस्यों ने प्रमुख के खिलाफ खोला मोर्चा, भ्रष्टाचार का लगाया आरोप
Sonbhadra: इस मसले पर प्रमुख अजीत रावत से सेलफोन पर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई। उनका कहना था कि उन्हें ऐसी शिकायत की जानकारी नहीं है, न ही उन्होंने कोई गलत कार्य किया है।;
Sonbhadra: सदर ब्लाक प्रमुख एवं भाजपा अनुसूचित मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष अजीत रावत के खिलाफ शुरू हुई सियासी बाजी और कथित अनदेखी के मसले को लेकर बीडीसी सदस्यों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। आजादी पर्व से पूर्व अधिकारियों के यहां पहुंचकर इस्तीफा सौंपने वाले बीडीसी सदस्यों के साथ ही अन्य बीडीसी सदस्यों ने डीएम दरबार पहुंचकर हस्तक्षेप की गुहार लगाई। सदर ब्लाक प्रमुख पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए, मामले में जांच कराने की मांग की।
क्षेत्र पंचायत के विकास कार्यों को चहेते ठेकेदारों से कराए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि विकास के मामले में बीडीसी सदस्यों की अनदेखी की जा रही है। न तो उनके सम्मान का ख्याल रखा जा रहा है न ही उनकी कोई सुनवाई की जा रही है। सीएम को संबोधित ज्ञापन कलेक्ट्रेट में सौंपते हुए आरोप लगाया कि प्रमुख क्षेत्र पंचायत सदस्यों कोई प्रस्ताव न लेकर, चहते ठेकेदारों से काम करवा रहे हैं।
कई क्षेत्र पंचायत सदस्यों के क्षेत्र में बगैर कार्य कराए, भुगतान का भी आरोप लगाया। उर्मिला देवी, जिलाजीत, पवन कुमार, बैजनाथ, इस्तीफा देने वाले संतोष आदि का कहना था कि अगर मामले को संजीदगी से लेते हुए, प्रकरण को लेकर आवश्यक कदम नहीं उठाए गए तो वह लोग सामूहिक त्यागपत्र देने के लिए बाध्य हो सकते हैं। बता दें कि तीन दिन पूर्व पवंर और सलखन बीडीसी ने ब्लाक पर पहुचंकर बीडीओ उमेश सिंह को पत्र सौंपा था।
बीडीओ का कहना था कि स्वतंत्रता दिवस बाद वह इसे उचित निर्णय लेने के लिए सक्षम अधिकारी के यहां भेज देंगे। उधर, इस मसले को लेकर अचानक से मंगलवार को कई बीडीसी सदस्य कलेक्ट्रेट पहुंचे और प्रमुख पर लगाए जा रहे आरोपों को लेकर सामूहिक ज्ञापन सौंप हड़कंप मचा दिया।
इस मसले पर प्रमुख अजीत रावत से सेलफोन पर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई। उनका कहना था कि उन्हें ऐसी शिकायत की जानकारी नहीं है, न ही उन्होंने कोई गलत कार्य किया है। बता दें कि इससे पहले इस्तीफे के मसले पर प्रमुख का कहना था कि इस्तीफा व्यक्तिगत मामला है। इस पर वह कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते।