Sonbhadra: आश्रम पद्धति विद्यालय के छात्रों का जमकर हंगामा, मेन्यू की अनदेखी, परोसा गया खराब भोजन
Sonbhadra: पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज घोरावल में लगातार की जा रही मेन्यू की अनदेखी, भोजन की गुणवत्ता खराब रहने, शिकायत पर छात्रों ने जमकर हंगामा किया।;
Sonbhadra: पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज घोरावल (Pandit Deendayal Upadhyay Rajkiya Ashram System Inter College Ghorawal) में लगातार की जा रही मेन्यू की अनदेखी, भोजन की गुणवत्ता खराब रहने, शिकायत पर बच्चों को ही दबाने की कोशिश से खफा छात्रों ने बृहस्पतिवार को जमकर हंगामा किया। प्रदर्शन, नारेबाजी करते हुए संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
भोजन की गुणवत्ता रखी गई खराब
आरोप लगाया कि भोजन की गुणवत्ता तो खराब रखी ही जा रही है कॉलेज में मिलने वाली अन्य सुविधाओं को लेकर भी उदासीनता बरती जा रही है। शिकायत पर उन्हें ही डांट कर चुप करा दिया जा रहा है। उधर, जैसे ही इसकी जानकारी प्रशासनिक अमले को हुई, हड़कंप मच गया। पुलिस जहां छात्रों को शांत कराने में लग गई। वहीं जानकारी मिलते ही एसडीएम श्याम प्रताप सिंह (SDM Shyam Pratap Singh) और समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर यादव (Social Welfare Officer Ramashankar Yadav) पहुंच गए। किसी तरह छात्रों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
छात्रों ने मेस कर्मियों पर भी खराब भोजन परोसे जाने का लगाया आरोप
बताते हैं कि छात्र पिछले कई दिनों से मेन्यू के अनुरूप भोजन ना बनाए जाने और मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता खराब होने को लेकर शिकायत कर रहे थे। इसको लेकर बीच में नाराजगी भी जताई गई थी लेकिन उनकी शिकायत पर संजीदगी नहीं दिखाई गई। आरोप है कि छात्रों को ही डांट कर चुप करा दिया गया। इससे नाराज छात्रों ने बृहस्पतिवार को जहां जमकर हंगामा किया। वहीं, प्रदर्शन करते हुए कार्रवाई की मांग की। प्रधानाचार्य और शिक्षकों पर छात्रों के साथ सही व्यवहार न करने का आरोप लगाते हुए मेस कर्मियों पर भी खराब भोजन परोसे जाने का आरोप लगाया। छात्रों के भोजन एवं अन्य व्यवस्थाओं में खर्च के लिए आने वाली धनराशि में भी घपलेबाजी का आरोप लगाया गया। पहले तो विद्यालय स्तर पर मामले को शांत कराने की कोशिश की गई लेकिन जब छात्र नहीं माने तो मामले की जानकारी समाज कल्याण विभाग (Social Welfare Department) और पुलिस तथा प्रशासन को दी गई।
टीम ने विद्यालय पहुंचकर प्रधानाचार्य और शिक्षकों का दर्ज किया बयान
खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर नाराजगी जता रहे छात्रों को शांत कराने में जुट गई। कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह छात्रों को शांत कराया गया। तब तक एसडीएम और समाज कल्याण अधिकारी भी पहुंच गए। छात्रों ने उनसे अपनी शिकायत दर्ज कराई। अधिकारियों ने उन्हें कार्रवाई का भरोसा दिया इसके बाद छात्र अपने-अपने कक्ष की तरफ लौट गए। बताया जा रहा है कि एसडीएम की तरफ से विद्यालय में भोजन एवं अन्य सुविधाओं की जांच के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। दोपहर बाद टीम के लोगों ने विद्यालय पहुंचकर प्रधानाचार्य और शिक्षकों का बयान भी दर्ज किया। छात्र संख्या में वृद्धि के बावजूद मेस में कर्मचारियों की संख्या पूर्ववत रखने और उतनी ही सामग्री से पूरे बच्चों को भोजन परोसने की कोशिश किए जाने की भी बात सामने आई। लोगों की बात पर यकीन करें तो सिर्फ यह घोरावल का मामला नहीं है बल्कि जिले के प्रत्येक आश्रम पद्धति विद्यालय में इसकी शिकायत बनी हुई है। अन्य जगह भी छात्र इसको लेकर नाराजगी जता रहे हैं।
खराब गुणवत्ता को लेकर बवाल काटा
बताते चलें कि इससे पहले गुरमुरा के छात्रों ने भी मेन्यू के अनुरूप भोजन न मिलने और खराब गुणवत्ता को लेकर बवाल काटा था। वहां में छात्रों ने प्रधानाचार्य शिक्षकों पर शिकायत करने पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था। अभी कुछ दिन पूर्व इसी तरह की शिकायत राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज से भी सामने आई थी। छात्रों की मानें तो सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि जब भी वह इसकी शिकायत दर्ज कराने जाते हैं तो उन्हें डांट कर चुप करा दिया जा रहा है। कभी-कभी आवाज उठाने वाले छात्र की पिटाई तक कर दी जाती है। जब स्थिति ज्यादा बिगड़ती है तो छात्रों को हंगामे पर उतरना पड़ता है।
एसडीएम की तरफ से जांच के लिए टीमें की गठित: जिला समाज कल्याण अधिकारी
उधर, जिला समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर यादव (District Social Welfare Officer Ramashankar Yadav) ने सेल फोन पर बताया कि छात्रों की जो भी शिकायत थी वह सुन ली गई है एसडीएम की तरफ से जांच के लिए टीमें भी गठित कर दी गई हैं। जांच में जो भी चीजें सामने आएगी उसके अनुरूप कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। छात्रों को शांत करा दिया गया है और वह पूर्व की भांति अध्ययन में जुट गए हैं।