Sonbhadra: काशी-मथुरा की एक-एक ईंट मंदिर का प्रमाण, बोले बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक

Sonbhadra: संत कीनाराम पब्लिक स्कूल लोढ़ी में आयोजित बजरंग दल काशी प्रांत के शौर्य प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह हुआ।

Update: 2022-05-29 09:27 GMT

बजरंग दल काशी प्रांत के शौर्य प्रशिक्षण कार्यक्रम। 

Sonbhadra: बजरंग दल (Bajrang Dal) के राष्ट्रीय संयोजक सोहन सिंह सोलंकी (National Convenor Sohan Singh Solanki) ने कहा कि बजरंगदल देश के हिंदू युवाओं को राष्ट्रीय संस्कार देने का काम करता है। इस बात को कोई भी हिंदू नहीं भूला है कि कैसे उनकी आस्था के केंद्र मंदिरों को मुगल शासकों ने तोड़कर मस्जिद बनाने का षड्यंत्र रचा। चाहे काशी हो, मथुरा हो, अयोध्या हो या तक्षशिला...। वहां की एक-एक ईंट मंदिर होने की गवाही दे रही है। अपने प्राचीन गौरव और अपनी प्राचीन संस्कृति को लेकर हर हिंदू की चेतना जागृत हो उठी है।

इससे जहां सांस्कृतिक राजधानी कही जाने वाली काशी का गौरव धीरे-धीरे वापस आ रहा है। वहीं, दुनिया के हर कोने में मौजूद हिंदू काशी को ज्ञान का केंद्र बना देखना चाहता है। उन्होंने यह बातें बतौर मुख्य अतिथि संत कीनाराम पब्लिक स्कूल लोढ़ी (Sant Keenaram Public School Lodhi) में आयोजित बजरंग दल काशी प्रांत के शौर्य प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में कही।


भारत के लोगों को गौरवशाली इतिहास से दूर रखने का रचा बड़ा षड्यंत्र: सोलंकी

सोलंकी (National Convenor Sohan Singh Solanki) ने कहा कि भारत के लोगों को उनके गौरवशाली इतिहास से दूर रखने का बड़ा षड्यंत्र रचा गया है। उस इतिहास को हमें अपनी पीढ़ी को बताने और पढ़ाने की जरूरत है। सदियों से आतंक फैलाकर हिंदू संस्कृति का दमन करने की कोशिश की जा रही है। इसी षडयंत्र के तहत समाज में हिंदुओं की सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृति आस्थाओं पर लगातार प्रहार किया जा रहा है। ऐसे विध्वंसकारी तत्वों-शक्तियों से समाज को सजग रहने की जरूरत है। समाज-संस्कृति विरोधी तत्वों से जगह रहने और उनकी चुनौतियों का डटकर मुकाबला करने के लिए एक रहने पर बल देते हुए कहा कि इजराइल देश की जनता इसकी प्रत्यक्ष उदाहरण है।


वहां की जनता ही वहां की सेना है। यहीं कारण है कि दुनिया की कोई भी ताकत हो, अपनी अस्मिता, अपनी संस्कृति की रक्षा के लिए इजराइल हमेशा मुंहतोड़ जवाब देने को तत्पर रहता है और हर लड़ाई में विजेता बनकर उभरता है। इसी एकता, इसी चेतना की जरूरत भारत को भी है। इसको मूर्तरूप देने के लिए बजरंग दल युवाओं में राष्ट्रीय संस्कार रोपने और भारतीय संस्कृति की रक्षा की भावना जगाने में लगा हुआ है। कहा कि देश के सामने लव जेहाद, धर्म परिवर्तन जैसी कई चुनौतियां खड़ी हैं, जिसको लेकर सजग रहने की जरूरत है।


120 युवाओं को दी गई शस्त्र और शास्त्र की शिक्षा

एक सप्ताह तक चले प्रशिक्षण वर्ग में प्रशिक्षु बजरंगियों को एसटी, दंड प्रहार, न्युद्ध, समता, बाधा, योग, प्राणायाम आदि का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षुओं को सेवा, सुरक्षा और संस्कृति के रक्षा का संकल्प दिलाते हुए सनातन धर्म रक्षक के रूप में विदा किया गया। इस दौरान विभिन्न जिलों से आए 120 युवकों को 22 शिक्षकों की तरफ से शस्त्र और शास्त्र की शिक्षा दी गई।


ध्वज प्रणाम के साथ हुई कार्यक्रम की शुरुआत

भगवान श्रीराम दरबार और मां भारती के चित्र पर पुष्प अर्पण, दीप प्रज्ज्वलन के बाद ध्वज प्रणाम कर कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग कार्यक्रम के समापन समारोह की शुरुआत की गई। अतिथियों को अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया गया। इस दौरान लोगों को जूना अखाड़ा के संत स्वामी ध्यानानंद महाराज का आशीर्वचन प्राप्त हुआ। अध्यक्षता संत कीनाराम पीजी कालेज के प्राचार्य डा. गोपाल सिंह और धन्यवाद ज्ञापन विभाग संगठन मंत्री सतीश ने किया। बजरंगदल के काशी प्रांत संयोजक सत्य प्रताप ने वर्ग का प्रतिवेदन कराया। काशी प्रांत संगठन मंत्री मुकेश, विभाग मंत्री राजेश सिंह, रेणुकूट जिला संयोजक संदीप गुप्ता, सह संयोजक राघवेंद्र प्रताप सिंह, जिला मीडिया प्रभारी विनय सिंह, गोपाल राय, विजय सिंह, वीर बहादुर सिंह, चंदन, आनंद, अवधेश आदि की मौजूदगी बनी रही।

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