Sonbhadra: मुहर्रम की सप्तमी पर हुए विविध कार्यक्रम, कर्बला पर उमड़ा अकीदतमंदों का हुजूम

Sonbhadra: मुहर्रम की सप्तमी के अवसर पर शनिवार को सायंकाल से ही नगर के अलग-अलग स्थानों पर विविध कार्यक्रम आयोजित किये गए। कर्बला पर अकीदतमंदों का हुजूम उमड़ा।;

Update:2022-08-07 14:56 IST

Sonbhadra: मुहर्रम की सप्तमी पर हुए विविध कार्यक्रम

Sonbhadra: मुहर्रम (Muharram 2022) की सप्तमी के अवसर पर शनिवार को सायंकाल से ही नगर के अलग-अलग स्थानों पर विविध कार्यक्रम आयोजित किये गए। अपराह्न 4 बजे से रेलवे स्टेशन मोड़ बढनीनाला स्थित कर्बला पर अकीदतमंद महिला-पुरुषों के अलावा भारी संख्या में बच्चों का आवाजाही जो शुरू हुई तो आवागमन का यह कार्यक्रम रात्रि 10 बजे तक अनवरत जारी रहा। हुसैनी नौजवान कमेटी (Hussaini Naujawan Committee) द्वारा विगत लगभग एक वर्ष से कर्बला का जीर्णोद्धार किया जा रहा था। सप्तमी के पूर्व कर्बला को आधुनिक लुक देते हुए टाइल्स, रेलिंग, पुट्टी व रंग-रोगन कर आकर्षक विद्युत झालरों व मास्क लाइट से रोशनाश किया गया था।

कब्रिस्तान परिसर की साफ-सफाई कर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था

इसके अलावा समूचे कब्रिस्तान परिसर की साफ-सफाई कर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की गई थी। कर्बला के मुख्य द्वार पर टेंट-शामियाना लगवाकर ध्वनि विस्तारक यंत्र से माकूल इंतज़ाम और व्यवस्था सुधार के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश की एनाउंसिंग कमेटी के सक्रिय सदस्य आमिर खान उर्फ टिंकू द्वारा किया जाता रहा। इंतजामिया कमेटी (intezamia committee) की कार्यप्रणाली से खुश जायरीनों द्वारा कमेटी को आर्थिक सहयोग भी प्रदान की गई, जिसकी बाकायदा माइक से उदघोष की जाती रही। अकीदतमंद लोग कबिस्तान पहुंच कर अपने मरहुमीन की कब्रों पर जाकर फतेहा पढ़ी। वहीं, कर्बला पहुंच शहीदाने कर्बला इमाम हसन-हुसैन के नाम तबर्रुख पेश कर फातेहा दिलाई। जायरीनों के लिए कस्बे के चंद जामा मस्जिद के पूर्व सदर अय्यूब खान द्वारा खिचड़ा के अलावा जर्दा बनवाकर बतौर तबर्रुख तकसीम किया गया।

इन जगहों पर किया लाठी से युद्ध कला का प्रदर्शन

कर्बला पर हुसैनी नौजवान कमेटी (Hussaini Naujawan Committee) के अध्यक्ष सहनवाज खान (President Sahnawaz Khan) उर्फ़ सोनू,सेराज खलीफा, अरसद खलीफा, नौसाद अली, चीन्टू कुरैशी, अरमान सिद्दीकी, अशफाक शाह, फिरोज खलिफा आदि लोग इंतजाम में मशगूल रहे। शाम से ही नगर के विभिन्न अखाड़ों और चौकों पर ढोल-ताशा की आवाज सुनाई देने लगी। रात्रि 10 बजे नगर के वार्ड नं 11 दर्जी मुहाल, जुगनू चौक, मीर मुहल्ला, साईं चौक, रामनगर, कलकली बहरा के अलावा मलदेवा, खजूरी, कठौतवा, डुमरडीहा आदि ग्रामीण अंचलों का अखाड़ा मस्जिद तिराहे पहुंच कर घंटो लाठी से युद्ध कला का प्रदर्शन किए। तत्पश्चात तहसील परिसर पहुंच केला काटने की रस्म अदा की।

इसकी बाद करीब अर्धरात्रि को या अली-या हुसैन के नारों के बीच प्राचीन तालाब पहुंचकर मिट्टी खुदाई की औपचारिकता पूरी कर अपने गंतव्य को लौट गए। समूचे कार्यक्रम के दौरान प्रभारी निरीक्षक राघवेंद्र सिंह (In-charge Inspector Raghavendra Singh) अपने अधीनस्थ पुलिसकर्मियों और पीएसी के साथ चक्रमण करते रहे।

Tags:    

Similar News