Sonbhadra में जिला पंचायत चुनाव के दौरान हुआ अजीबोगरीब वाकया, पढ़ें पूरी खबर
जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव आज सुबह से ही चल रहा है जिसमें नेता अपने समर्थकों को साधने व साथ रखने में जुटे हुए हैं। आज शाम-शाम तक सभी जगहों के उम्मीदवारें के भाग्य का फैसला हो जाएगा। मतदान के समय सत्ता पक्ष और सपा के बीच खासी तनातनी देखने को मिली जिसमें सपा नेताओं के द्वारा आरोप लगाया गया कि उनके समर्थकों को प्रशासन सत्तापक्षों के इशारों पर हमारे समर्थित सदस्यों को धमका रही है औऱ वोट डालने से रोक रही है।
सोनभद्र न्यूज। जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव आज सुबह से ही चल रहा है जिसमें नेता अपने समर्थकों को साधने व साथ रखने में जुटे हुए हैं। आज शाम-शाम तक सभी जगहों के उम्मीदवारें के भाग्य का फैसला हो जाएगा। मतदान के समय सत्ता पक्ष और सपा के बीच खासी तनातनी देखने को मिली जिसमें सपा नेताओं के द्वारा आरोप लगाया गया कि उनके समर्थकों को प्रशासन सत्तापक्षों के इशारों पर हमारे समर्थित सदस्यों को धमका रही है औऱ वोट डालने से रोक रही है। इसी बीच कई सपा के समर्थक नेताओं ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया और प्रशासन के जीप के आगे लेट गए जिसके बाद उन्हे समझा-बुझा कर शांत कराया गया। वहीं दूसरी ओर सपा के अह्रत जिला पंचायत सदस्य अपने दल के छह सदस्यों के साथ वोट डालने कलेक्ट्रेट पहुंची।
आपको बता दें की शुक्रवार की अर्धरात्रि के करीब सपा के पूर्व जिला अध्यक्ष एवं पूर्व सदर विधायक अविनाश कुशवाहा, पूर्व घोरावल विधायक रमेश चंद्र दूबे, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अनिल यादव सहित कई अन्य सपा नेताओं के सोशल मीडिया हैंडल पर जैसे ही क्रांतिकारी अभिवादन के साथ जनपद के प्रतिष्ठा एवं सम्मान का हवाला देते हुए सपा कार्यकर्ताओं से शनिवार सुबह 10 बजे जिला कार्यालय पर पहुंचने की अपील देखनी शुरू हुई। सपाइयों की सोशल मीडिया पर अपील के बाद का जिले के पुलिस और प्रशासनिक अमले में हड़कंप की स्थिति उत्पन्न हो गई। कार्यकर्ताओं से की गई अपील में प्रशासन व कुछ दबंगों पर जिला पंचायत सदस्यों पर दबाव बनाने तथा जबरदस्ती घर जाकर उठाने का भी आरोप लगाया गया।
उधर, आधी रात अचानक से सपा की तरफ से सामने आई नई रणनीति को लेकर प्रशासन पूरी रात चौकन्ना रहा। विभिन्न माध्यमों से सपा कार्यालय और प्रमुख सपा नेताओं की गतिविधियों पर नजर रखी जाती रही। सपा के जिला कार्यालय पर कार्यकर्ताओं का जमावड़ा प्रशासन के लिए बड़ी परेशानी न खड़ी कर दे, इस पर भी आला अधिकारियों के बीच शनिवार की अलसुबह से ही मंथन चलता रहा।