Sonbhadra: प्रकृति के बीच स्थित सोनभद्र के प्राचीन मंदिर, जहां आपको जरूर जाना चाहिए
Sonbhadra Tample: यूपी के सोनभद्र जनपद में कई ऐसी मंदिर स्थित है जिनके बारे में पौराणिक कथाओं में भी जानकारी मिलती है। इन मंदिरों पर नवरात्र तथा शिवरात्रि के मौके पर दूर-दूर से लोग दर्शन के लिए आते हैं।;
Temple in Sonbhadra : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का सोनभद्र जनपद प्रकृति की सुंदरता से घिरा हुआ है। यहां कई सारे पर्यटन स्थल हैं जहां देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग घूमने आते हैं। सोनभद्र देश के 4 राज्यों के सीमाओं से सटा हुआ है जिसमें बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड तथा छत्तीसगढ़ शामिल है। साल 1989 में 4 नवंबर को सोनभद्र को मिर्जापुर जिले से अलग किया गया वर्तमान में भी यह जिला क्षेत्रफल की दृष्टि से काफी बड़ा जिला है। यहां बहुत से पुराने धार्मिक स्थल मौजूद है जिनका हिंदू धर्म में बहुत अत्यधिक मान्यता है। आइए जानते हैं सोनभद्र के कुछ धार्मिक स्थलों के बारे में-
1. वैष्णो देवी मंदिर डाला सोनभद्र (Vaishno Devi Temple Dala Sonbhadra)
सोनभद्र धार्मिक स्थलों की दृष्टि से यूपी के कुछ सबसे ज्यादा धार्मिक जनपदों में से एक है। यहां कश्मीर की वैष्णो देवी माता की तर्ज पर एक मानव निर्मित वैष्णो देवी मंदिर है जहां दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। यहां भी माता वैष्णो के दर्शन करने के लिए आपको कश्मीर की वैष्णो देवी मंदिर की तरह ही गुफा से होकर गुजरना पड़ता है प्रकृति की सुंदरता के बीच डाला वैष्णो देवी मंदिर सोनभद्र के प्रमुख मंदिरों में से एक है।
2. रेणुकेश्वर महादेव मंदिर रेणुकूट सोनभद्र (Renukeshwar Mahadev Temple Renukoot Sonbhadra)
सोनभद्र के कुछ प्रसिद्ध मंदिरों में से एक रेणुकेश्वर महादेव मंदिर जनपद के रेणुकूट में स्थित है। इस मंदिर का इतिहास काफी प्राचीन है बता दें वर्ष 1972 में बिरला ग्रुप द्वारा भगवान भोलेनाथ को समर्पित रेणुकूट के इस मंदिर का निर्माण कराया गया था। यहां भारी संख्या में भोलेनाथ के भक्त उनका दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं।
3. ज्वालामुखी शक्तिपीठ का मंदिर (Jwalamukhi Shaktipeeth Temple)
दुनिया के 51 शक्तिपीठों में से एक ज्वालामुखी शक्तिपीठ का मंदिर यूपी के सोनभद्र जिले में शक्ति नगर इलाके में स्थित है। रावटसगंज से लगभग 119 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस मंदिर में नवरात्र के वक्त भक्तों का भारी हुजूम देखने को मिलता है। इस मंदिर में देवी सती की जीभ की पूजा की जाती है जिसके लिए देश के कोने-कोने से यहां श्रद्धालु पहुंचते हैं।
4. शिवद्वार घोरावल मंदिर (Shivdwar Ghoraval Temple)
सोनभद्र के शिवद्वार मंदिर की बहुत अधिक मान्यता है। इस मंदिर में 11 वीं सदी के एक पत्थर से निर्मित देवी पार्वती की मूर्ति रखी हुई है जिसकी ऊंचाई करीब 3 फुट है इसे देखने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। इस मंदिर में श्रद्धालुओं का सबसे भारी हुजूम शिवरात्रि के मौके पर देखने को मिलता है। घोरावल से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस मंदिर में सावन के महीने में कांवड़ यात्रा के दौरान लोग जल चढ़ाने भी आते हैं।
5. शीतला माता मंदिर सोनभद्र (Sheetla Mata Temple Sonbhadra)
सोनभद्र की शीतला माता का मंदिर देशभर में विख्यात मंदिर है। यहां नवरात्र के वक्त देश के अलग-अलग हिस्सों से श्रद्धालु शीतला माता का दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं रावटसगंज बाजार में स्थित इस मंदिर में हर रोज श्रद्धालुओं का भीड़ लगा होता है।
6. पंचमुखी महादेव मंदिर (Sheetla Mata Temple Sonbhadra)
रावटसगंज चुर्क रोड पर स्थित पंचमुखी महादेव मंदिर के बारे में पौराणिक कथाओं में भी काफी कुछ जानकारी मिलती है। बताया जाता है कि करीब 5 वीं शताब्दी में यहां पंचमुखी महादेव प्रकट हुए थे। तभी से रावटसगंज से करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस पंचमुखी महादेव मंदिर में देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग दर्शन के लिए आते हैं।