Sonbhadra : अंधविश्वास के चक्कर में दिवाली की रात बुजुर्ग की हत्या करने वाला दबोचा गया, 55 दिन से काट रहा था फरारी, 15 हजार घोषित था इनाम
Sonbhadra News: 30 अक्टूबर की रात रामलखन बैगा पुत्र हरिहर बैगा की हत्या कर दी गई थी। अगले दिन सुबह पाही वाले घर के पास खेत पर उसका शव लथपथ हाल में पाया गया था।
Sonbhadra News : अंधविश्वास के चक्कर में पड़कर दिवाली की रात बुजुर्ग की हत्या करने वाला दूसरा आरोपी भी दबोच लिया गया। 55 दिन से फरारी काट रहे आरोपी पर पुलिस अधीक्षक की तरफ से 15 हजार का इनाम घोषित था। उसने दोस्त के साथ मिलकर मृतक को छककर शराब पिलाई थी। इसके बाद कुल्हा़ड़ी से सर पर वार कर हत्या कर दी थी। पूछताछ के बाद आरोपी का धारा- 103(1), 3 (5) बीएनएस के तहत चालान कर दिया गया।
जंगल के पास खून से लथपथ हालत में पाया गया था शव
बताते चलें कि गत 30 अक्टूबर की रात रामलखन बैगा पुत्र हरिहर बैगा की हत्या कर दी गई थी। अगले दिन सुबह पाही वाले घर के पास खेत पर उसका शव लथपथ हाल में पाया गया था। मामला दर्ज कर जब पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि 30 अक्टूबर की शाम रामलखन को दो लोगों के साथ नशे की हालत में घूमते देखा गया था। पुलिस ने छानबीन आगे बढ़ाई तो पता चला कि हत्या के पीछे, उसके साथ घूमते दिखे धर्मजीत पंडो उर्फ सोनू पुत्र राम अधीन पंडो निवासी पुनर्वास प्रथम और धनुकधारी उर्फ बबुआ पुत्र हरिप्रसाद का हाथ था।
छापेमारी के दौरान पुलिस को चकमा देकर हो गया था फरार
मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर दो नवंबर को जंगल में छापेमारी की गई तो धर्मजीत दबोच लिया गया लेकिन धनुकधारी पुलिस को चकमा देकर भाग निकलने में सफल रहा। उसके बाद से उसकी सरगर्मी से तलाश जारी थी। पकड़े गए आरोपी की तरफ से बताया गया कि पुरानी रंजिश और अंधविश्वास के चक्कर में उसकी हत्या की गई थी। वह उसकी गर्दन उड़ाना चाहते थे लेकिन ऐन वक्त पर उसे एक तरफ झुकने के कारण कुल्हाड़ी सिर पर जा लगी।
प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार मिश्र के मुताबिक मिली सूचना के आधार पर धनुकधारी 42 वर्ष निवासी पुर्नवास प्रथम थाना बीजपुर को बुधवार की सुबह चेतवा तिराहा से दबोच लिया गया। पूछताछ कर आवश्यक कार्रवाई करते हुए दोपहर बाद उसका चालान कर दिया गया। पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई थी। कई दिनों से फरारी की स्थिति को देखते हुए एसपी अशोक कुमार मीणा की तरफ से 15 हजार इनाम घोषित किया गया था।