Sonbhadra News: राख परिवहन में बड़ा घोटाला, तिरपाल से ढककर ही निकलते पकड़े गए ट्रक
Sonbhadra News: चेक पोस्ट पर तैनात कर्मियों को संदेह होने पर तत्काल उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को जानकारी दी। कर्मियों ने ट्रकों को रोककर चेक किया तो पता चला कि बगैर राख लोड किए, सिर्फ तिरपाल से ढंककर, पर्ची कटाते हुए गाड़ियां आगे जा रही हैं।
Sonbhadra News: शक्तिनगर स्थित एनटीपीसी की मदर यूनिट से जुड़े ऐश डैम से किए गए राख के परिवहन में बरती गई कथित गड़बड़ी को लेकर जहां मामला पिछले साल खासा सुर्खियों में रहा था। वहीं, वर्ष 2024 की आखिरी तिथि पर, एनटीपीसी रिहंद के ऐश डाइक से होने वाले राख परिवहन में बड़े घपले का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि दो दिन पूर्व एनटीपीसी के साउथ चेकपोस्ट से बगैर राखड़ लोड किए, सिर्फ तिरपाल से ढंककर चार गाड़ियां निकलती दिखाई दीं तो हड़कंप की स्थिति उत्पन्न हो गई। बताया जा रहा है कि अंदरखाने की जांच में नंबर प्लेट के भी फर्जीवाड़े की बात सामने आई है। हालांकि कथित चारों ट्रकों को पकड़े जाने के बाद छोड़े जाने को लेकर जहां तरह-तरह की चर्चा बनी हुई है। वहीं, एनटीपीसी प्रबंधन का कहना है कि पूरी सच्चाई जांची जा रही है। प्रकरण में जल्द ही बड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यहां पकड़ में आया खेल तो बन गई ह़ड़कंप की स्थिति
बताया जा रहा है कि एनटीपीसी रिहंद के अधौरा स्थित राख बांध से से झारखंड के गढ़वा और लातेहार में चल रहे नेशनल हाइवे के निर्माण कार्य के लिए राख परिवहन का कांट्रैक्ट दिया गया है। ट्रांसपोर्टर और कांट्रैक्टर के जरिए राख परिवहन के लिए ट्रकें लगाई गई हैं। बताया जा रहा है कि गत रविवार की रात एक चर्चित कांट्रेक्टर से जुड़ी चार ट्रके, परियोजना परिसर के साउथ गेट क्रासिंग से पर्ची कटा कर जाने लगी। चेक पोस्ट पर तैनात कर्मियों को संदेह होने पर तत्काल उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को जानकारी दी। कर्मियों ने ट्रकों को रोककर चेक किया तो पता चला कि बगैर राख लोड किए, सिर्फ तिरपाल से ढंककर, पर्ची कटाते हुए गाड़ियां आगे जा रही हैं। एनटीपीसी प्रबंधक को जैसे ही मामले की जानकारी मिली हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि डीजीएम सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए। वह भी स्थिति देख दंग रह गए। कुछ घंटों के लिए गाड़ियों को खड़ी कराकर चालकों से पूछताछ भी की गई इसके बाद वाहनों को छोड़ दिया गया।
पूर्व में भी राख ढुलाई में कथित घपलेबाजी रह चुकी है चर्चा में
मंगलवार को जब यह मामला चर्चा में आया और कथित वाहनों से जुड़ी वीडियो, तस्वीरें सामने आई तो लोग भी भौैंचक रह गए। बताया जा रहा है कि यह कथित फर्जीवाड़े का खेल लंबे समय से खेला जा रहा है। इससे पहले एनटीपीसी की शक्तिनगर स्थित मदर यूनिट से जु़ड़े राख बांध से भी इसी तरह से राख परिवहन दर्शाकर, करोड़ों का घपला किए जाने का मामला सामने आया था। जांच के लिए दिल्ली से टीम भी पहुंची थी लेकिन बाद में अचानक से ठंडा प़ड़ गया। छह माह पूर्व क्षेत्रीय वनाधिकारी की तरफ से भी एनटीपीसी रिहंद के राख प्रबंधन विभाग को पत्र भेजकर, परिवहन में दर्शाए गए वाहनों की जानकारी मांगी थी। कुछ दिन तक यह मामला गरमाया रहा, इसके बाद ठंडा पड़ गया। अब वर्ष 2024 के आखिरी दिन राख परिवहन का बड़ा खेल सामने आया है। इसमें भी कोई कार्रवाई होगी या पूर्व की तरफ कुछ दिन की गहमागहमी के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला जाएगा, इसकी चर्चा बनी रही।
करोड़ों का बताया जा रहा फर्जीवाड़ा, सघन जांच की उठ रही मांग
बताया जा रहा है कि बिना राख लोड किए सिर्फ तिरपाल ढंककर साउथ गेट से गाड़ियां निकाल ली जाती हैं। कुछ दूुर आगे जाने पर नंबर प्लेट बदलकर, वहीं वाहन दूसरे रास्ते से, राख ढुलाई के लिए पहुंच जाता है। राख लोडिंग के लिए आने-जाने दोनों का रूट एक न होने के कारण, कथित कांट्रैक्टर, कथित ट्रांसपोर्टर आसानी से इसका फायदा उठाने में लगे रहते हैं। कई मामलों में राख प्रबंधन से जुड़े लोगों की भी भूमिका संदिग्ध बताई जाती है। कहा जा रहा है कि इसी तरह कई बार राख लेकर निकलने वाले वाहन भी, गंतव्य तक जाने की बजाय, रास्ते में मौका पाकर, राख अनलोड कर, नंबर प्लेट बदलकर वापस हो लेते हैं। कहा जा रहा है कि राख लोडिंग से जुड़े कुछ विभागीय लोगों की भी इस खेल में संलिप्तता होती है इसलिए इस खेल पर सामान्य तरीके से नजर नहीं पड़ पाती।
जहां-तहां राख अनलोडिंग से दिक्कत, बढ रहा प्रदूषण
उधर, ग्रामीणों ने जहां-तहां राख अनलोडिंग पर नाराजगी जताई है। वेदांती तिवारी , दीप नारायण सिंह ,आनंद जायसवाल , कमलेश गुप्ता , धीरेंद्र जायसवाल , श्यामकार्तिक , विष्णुकांत , सतेश्वर प्रसाद , संतोष जायसवाल ,मुन्नालाल , पन्नालाल जायसवाल आदि का कहना है कि रास्ते में तहां-तहां अनलोड कर दी जा रही राख का दंश रहवासियों को भुगतना पड़ रहा है। हवा के साथ राख फैलने से लोगों को कई तरह की दुश्वारियों का सामना करने के साथ बीमारियों की मार झेलनी पड़ रही है।
कांट्रैक्टरों के साथ की जा रही बैठक, जल्द की जा रही कार्रवाई
मीडियाकर्मियों ने जब मसले पर उप महाप्रबंधक राख प्रबंधन डीजीएम पी लक्ष्मी से संपर्क साधा तो उनकी तरफ से कहा गया कि प्रकरण संज्ञान में आया है। इसको लेकर कांट्रैक्टरों से मीटिंग की जा रही है। नेमना, जरहां, आश्रम मोड़ के आसपास वाले इलाकों में राख अनलोडिंग की अनुमति नहीं है। मिली जानकारी के क्रम में संबंधित स्थलों का दौरा किया गया है। जगह-जगह राख डंप पाई गई है। इसको लेकर जल्द कार्रवाई की जाएगी। वहीं, अपर महाप्रबंधक राख प्रबंधन आरके मित्तल से फोन पर संपर्क साधा गया तो उनका कहना था कि वह बाहर हैं। जो भी गड़बड़ी पकड़ में आई है, उसको लेकर कार्रवाई की जाएगी।