Sonbhadra: विश्व रक्तदान दिवस पर ब्लड सेपरेटर यूनिट का शुभारंभ, प्लेटलेट्स-प्लाज्मा के नहीं जाना होगा गैर जनपद
Sonbhadra: प्लाज्मा और प्लेटलेट्स के लिए जिले के लोगों को वाराणसी का रूख करना पड़ा था। वहीं, कई बार मरीजों को इसके चक्कर में यहां से रेफर कर दिया जाता था।
Sonbhadra News: विश्व रक्तदान दिवस पर सोनभद्र को बड़ी सौगात तिमली है। शुक्रवार को जिला मुख्यालय स्थित ब्लड बैंक में डीएम चंद्र विजय सिंह ने ब्लड सेपरेटर यूनिट का मां सरस्वती के चित्र पर मार्ल्यापण और फीता काटकर शुभारंभ किया। इससे जहां अब जिले के मरीजों को ब्लड बैंक के जरिए प्लेटलेट्स और प्लाज्मा की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। वहीं, इसके लिए लोगों को अब गैरजनपद खासकर, वाराणसी का चक्कर लगाना नहीं पडे़गा।
डीएम ने कहा कि ब्लड सेपरेटर यूनिट के शुभारंभ हो जाने से जिले के लोगों को प्लाज्मा लेने के लिए गैर जनपद नहीं जाना पड़ेगा। वहीं प्लाज्मा, प्लेटलेट की समस्या से भी लोगों को निजात मिलेगी। बताया गया कि लगभग 500 यूनिट क्षमता वाले ब्लड बैंक में, ब्लड सेपरेटर यूनिट के संचालन से जिले के लोगों, खाकर डेंगू पीड़ित मरीजों को काफी राहत मिलेगी और डेंगू जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों का जिले में ही आसानी से इलाज हो सकेगा।
हर माह पड़ती है 300 यूनिट खून की जरूरत
जिले में औसतन प्रति माह 300 यूनिट खून की जरूरत पड़ती है। वहीं सरकार की तरफ से जिला मुख्यालय और दुद्धी मुख्यालय में ब्लड बैंक संचालित है। वहीं, रेणुकूट में निजी क्षेत्र की कंपनी और जिला मुख्यालय पर एक प्राइवेट चिकित्यालय प्रबंधन की ओर से ब्लड बैंक का संचालन किया जाता है। चार ब्लड बैंक होने के कारण जैसे-तैसे मरीजों को खून तो मिल जा रहा था लेकिन प्लाज्मा और प्लेटलेट्स के लिए जिले के लोगों को वाराणसी का रूख करना पड़ा था। वहीं, कई बार मरीजों को इसके चक्कर में यहां से रेफर कर दिया जाता था।
रक्तदान महादान.., की आगे आने की अपील
रक्तदान दिवस होने के नाते शुक्रवार को कई लोगों ने ब्लड बैंक पहुंचकर रक्त का दान किया। डीएम ने कहा कि रक्तदान महादान है। इससे कोई कमजोरी नहीं आती। रक्तदान की हर बूंद, किसी न किसी मरीज को जिंदगी देती है। रक्तदान दिवस पर ब्लड डोनेट करने वालों को डीएम ने प्रमाणपत्र देकर सम्मानित भी किया। सीएमओ डा. अश्वनी कुमार, सीएमएस डॉ. सुरेश सिंह, प्राचार्य मेडिकल कालेज सहित अन्य की मौजूदगी बनी रही।