Sonbhadra News: कृष्णशीला प्रकरण में नया मोड़, सुरक्षा प्रभारी ने पूर्व प्रधान सहित अन्य पर दर्ज कराया केस, जीएम कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन का मामला
Sonbhadra News: एनसीएल की कृष्णशीला कोल परियोजना के सीएचसी में काम कर रही आउटसोर्सिंग कंपनी में मारपीट के बाद, कर्मियों की तरफ से जीएम कार्यालय पर किए गए धरना-प्रदर्शन मामले में केस दर्ज किया गया है।
Sonbhadra News: सोनभद्र में एनसीएल की कृष्णशीला कोल परियोजना के सीएचसी में काम कर रही आउटसोर्सिंग कंपनी में मारपीट के बाद, कर्मियों की तरफ से जीएम कार्यालय पर किए गए धरना-प्रदर्शन मामले में केस दर्ज किया गया है। परियोजना के सुरक्षा प्रभारी ने बगैर पूर्व सूचना जीएम कार्यालय के मुख्य द्वारा धरना-प्रदर्शन को लेकर आपत्ति दर्ज कराते हुए पुलिस को तहरीर दी। वहीं, धरना-प्रदर्शन के दौरान पूर्व प्रधान पप्पू सिंह और प्रभारी निरीक्षक कुमुद शेखर सिंह के बीच तीखी नोंक-झोंक सामने आई थी। अब धरना-प्रदर्शन के मामले में पूर्व प्रधान सहित तीन के खिलाफ केस दर्ज किए जाने से, घटना को नया मोड़ मिल गया है।
मऊरानीपुर, झांसी के रहने वाले कृष्णशीला कोल प्रोजेक्ट के सुरक्षा प्रभारी नरेंद्र कुमार की तरफ से पुलिस को दी गई तहरीर में बताया है कि प्रोजेक्ट में प्रभा कंपनी सीएचसी का कार्य देखती है, के अधिकृत प्रतिनिधि राजीव द्विवेदी द्वारा पहली नवंबर 2024 की दोपहर तीन बजे अपने कर्मचारी के साथ मारपीट की गई थी। उसके उपरांत थाना शक्तिनगर पुलिस मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई में जुटी हुई थी लेकिन पूर्व प्रधान पप्पू सिंह, बबलू गुप्ता, राजन भारती की तरफ आसपास के बहुत सारे गांव वालों को एकत्रित कर लिया गया। महाप्रबंधक कार्यालय कृष्णशिला क्षेत्र के मुख्य द्वार पर बिना पूर्व सूचना दिये धरना प्रदर्शन शाम छह बजे के करीब किया गया। आरोप लगाया है कि नारेबाजी करते हुए गाली गलौज किया गया। जानमाल की धमकी दी गई। इनके द्वारा धरना देने से कृष्णशिला परियोजना का आवागमन पूरी तरह से बाधित हा गया।
इस-इस धारा के तहत दर्ज किया गया केस
शक्तिनगर पुलिस के मुताबिक मामले में बीएनएस की धारा 221, 132, 352 और 351(2) के तहत केस दर्ज किया गया है। प्रकरण की छानबीन शुरू कर दी गई है। बताते चलें कि धरना-प्रदर्शन के दौरान पूर्व प्रधान पप्पू सिंह और प्रभारी निरीक्षक शक्तिनगर के बीच तीखी नोंकझोंक सामने आई थी। इसका वीडियो भी सार्वजनिक हुआ था। अब इस मामले में कृष्णशीला प्रोजेक्ट के सुरक्षा अधिकारी की तहरीर पर, केस दर्ज किए जाने का मामला सामने आया है। बता दें कि तहरीर में राजीव द्विवेदी को प्रभा कंपनी का अधिकृत प्रतिनिधि बताया गया है।
कंपनी के संचालक ने राजीव नाम से ही जता दी अनभिज्ञता
वहीं, जब इस मामले में प्रभा कंपनी यानी प्रभा कंटीन्यूअस युटीलिटी सर्विसेस के संचालक बताए जा रहे सुनील चौधरी से बात की गई तो उन्होंने फोन पर किसी राजीव द्विवेदी को जानने से इंकार कर दिया गया। मारपीट वाली तहरीर में राजीव द्विवेदी को साइट इंचार्ज बताए जाने के मामले पर कहा कि इसके बारे में एचआर वाले ही बता सकते हैं।
नोंक-झोंक के समय पप्पू सिंह की तरफ से राजीव को एचआर कार्यालय में प्रवेश पर प्रतिबंध होने का जिक्र किया जा रहा था। ऐसे में इस पूरे प्रकरण में कथित राजीव और उनसे जुड़े कथित लोगों का क्या रोल है? इसको लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।