Sonbhadra News: खाद की अनुपलब्धता-कालाबाजारी पर यहां दें सूचना, समितियों से यूरिया-डीएपी नदारद पर डीएम गंभीर

Sonbhadra News: डीएम बद्रीनाथ सिंह ने समितियों पर खाद के किल्लत की मिलती शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए, एआर को-आपरेटिव को सभी समितियों और स्टॉक में डीएपी-यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

Update: 2024-08-21 15:01 GMT

Sonbhadra News (Pic: Newstrack) 

Sonbhadra News: जिले की सहकारी समितियों पर यूरिया-डीएपी के टोटे के साथ ही, प्राइवेट दुकानों पर इसकी कालाबाजारी-ऊंचे दामों पर बिक्री की मिलती शिकायत पर डीएम ने कड़ा रूख अपनाया है। इसको लेकर लोगों की शिकायत दर्ज करने और उसके त्वरित निस्तारण के लिए जहां, जिला मुख्यालय पर कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। वहीं, एआर कोऑपरेटिव को सभी समितियों पर खाद की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने और कालाबाजारी-ऊंचे दाम पर बिक्री की शिकायतों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

50 से 150 रुपये तक वसूली जा रही कीमत

बताते चलें कि वर्तमान में प्रति बोरी 45 किलो यूरिया की कीमत 266.50 रुपये और डीएपी की प्रति बोरी 50 किलो की कीमत 1350 रूपये निर्धारित है लेकिन धान की तेजी से हुई रोपाई के साथ ही बढ़ी डीएपी-यूरिया की खपत के बाद जहां संबंधित अधिकारियों के पर्याप्त उपलब्धता के दावे के बावजूद अधिकांश समितियों पर खाद का टोटा हो गया है। वहीं, निजी दुकनों पर प्रति बोरी 50 से 150 रुपये तक अधिक कीमत वसूली जा रही है।

समितियों पर अधिक वसूली की शिकायत

निजी दुकानों पर बढ़ी खपत को देखते हुए जहां यूरिया-डीएपी की अधिक कीमत वसूलने की शिकायत आम है। वहीं, सहकारी समितियों के सेल्समैनों की तरफ से भी अधिक कीमत वसूलने की शिकायत मिलने लगी है। दुद्धी क्षेत्र के किसान श्यामनारायण लाल कहते हैं कि प्रति बोरी यूरिया की कीमत 266 रुपये 50 पैसे है। इसकी 270 रुपये कीमत लिया जाना सामान्य बात है। वहीं आरोप है कि कई सहकारी समितियों के सेल्समैन प्रति बोरी यूरिया की कीमत 280 रुपए से लेकर 330 रुपए तक बेचते हैं। अगर कोई इससे अधिक दाम देने वाला आ गया है, तो अधिक दाम में सबसे अधिक कीमत देने वालों को प्राथमिकता दे दी जाती है।

नहीं दूर हुई किल्लत तो किया जाएगा धरना-प्रदर्शन

भाजपा नेता एव क्रय-विक्रय सहकारी समिति के चेयरमैन शिवनारायण सिंह ने जहां समितियों पर यूरिया के किल्लत की बनी स्थिति पर सवाल उठाए हैं। वहीं, भाजपा नेता सुरेंद्र अग्रहरि ने अगर समितियों पर सरकार द्वारा नियत रेट पर बिक्री और पर्याप्त मात्रा में यूरिया-डीएपी की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं की गई तो धरना-प्रदर्शन का रास्ता अपनाया जाएगा।

तय होगी अधिकारी-कर्मचारी की जिम्मेदारी: डीएम

डीएम बद्रीनाथ सिंह ने समितियों पर खाद के किल्लत की मिलती शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए, एआर को-आपरेटिव को सभी समितियों और स्टॉक में डीएपी-यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, इस बात की चेतावनी भी दी कि खाद की उपलब्धता-वितरण में लापरवाही बतरने वाले अधिकारी तथा कर्मचारी की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी।

शिकायतों के निस्तारण के लिए कंट्रोल रूम स्थापित

डीएम ने बताया कि उर्वरक की लगातार मांग को देखते हुए, किसानों के हित में, सहायक आयुक्त एंव सहायक निबन्धक सहकारिता कार्यालय में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। यहां किसानों से प्राप्त शिकायतों का त्वरित निस्तारण कराने के लिए अधिकारी व कर्मचारी नामित किए गए हैं। खाद की उपलब्धता-अनुपलब्ता को लेकर जिस किसी भी किसान को कोई शिकायत है, वह अनर्मा प्रसाद अपर जिला सहकारी अधिकारी मोबाइल नंबर -7525910026, सुरेश कुमार अपर जिला सहकारी अधिकारी मोबाइल नंबर-7524977765, विनोद कुमार मौर्य सहकारी निरीक्षक वर्ग-2 मोबाइल नंबर-9721052912, महेश कुमार मौर्य सहकारी कृषि पर्यवेक्षक मोबाइल नंबर-9198788248 पर संपर्क कर अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए, त्वरित निस्तारण करा सकता है।

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