Sonbhadra News: गोदामों से बगैर बीज मिले ही लौट रहे किसान, ई-पास की दिक्कत बता झाड़ा जा रहा पल्ला

Sonbhadra News: पिछले पांच दिन से केंद्र पर मौजूद प्रभारी और कर्मचारी, इसके पीछे ई-पास मशीन को काम न करने को कारण बताकर किसानों को लौटाया जा रहा है।

Update:2024-07-29 21:32 IST

गोदामों से बगैर बीज मिले ही लौट रहे किसान, ई-पास की दिक्कत बता झाड़ा जा रहा पल्ला: Photo- Newstrack

Sonbhadra News: केंद्र सरकार एक तरफ दलहन और श्री अन्न यानी मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने में लगी हुई है। इसके लिए अरहर के साथ श्री अन्न से जुड़े बीज किट भी जिले के सभी ब्लाक मुख्यालयों पर स्थित बीज वितरण केंद्र पर उपलब्ध भी कराए गए हैं। सोनभद्र में अवर्षण की स्थिति को देखते हुए, यह पहल काफी महत्वपूर्ण भी मानी जा रही थी लेकिन जिस तरह से सदर ब्लाक स्थित बीज वितरण केंद्र से किसानों को मायूस होकर लौटना पड़ा है। उसने सरकार की मंशा पर ग्रहण लगाने के साथ ही, तमाम किसानों की उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया है।

बताते चलें कि इस बार लगभग सभी केंद्रों पर लघु एवं सीमांत किसानों को मुफ्त उपलब्ध कराने के लिए अरहर, सावां, कोदो और रागी के बीजों के किट उपलब्ध कराए गए हैं। कृषि महकमे का दावा है कि सभी जगह इसे किसानों को तेजी से उपलब्ध भी कराया जा रहा है लेकिन जिले के दूसरों ब्लाक पर स्थित बीज गोदाम/बीज वितरण केंद्रों की कौन कहे, सदर ब्लाक स्थित बीज वितरण केंद्र से भी ढेरों किसानों को मायूस होकर लौटना पड़ा।

पांच दिन से ई-पास मशीन के चक्कर में लौट रहे किसान

पिछले पांच दिन से केंद्र पर मौजूद प्रभारी और कर्मचारी, इसके पीछे ई-पास मशीन को काम न करने को कारण बताकर किसानों को लौटाया जा रहा है। अगर किसी द्वारा इस पर एतराज जताया जा रहा है तो कहा जा रहा है कि यह दिक्कत सिर्फ सदर ब्लाक की ही नहीं, अन्य ब्लाक स्थित केंद्रों की भी है। इसका हल कब तक निकलेगा, इस पर विभागीय स्तर पर इसको लेकर प्रयास जारी होने की बात कही जा रही है। सवाल उठता है कि भारी उमस और तेज धूप के बीच किसान कई किमी दूरी तय कर ब्लाक पर पहुंच रहे हैं तो उसे ई-पास मशीन काम न करने की बात कहकर लौटा दिया जा रहा है।

मशीन नहीं कर रही काम तो कैसे लाभान्वित हो रहे किसान

वहीं, किसानों को लाभान्वित होने के मसले पर दावा किया जा रहा है कि किसानों को तेजी से सरकारी योजनाओं-निःशुल्क किट से लाभान्वित कराया जा रहा है। पिछले कई दिन से ई-पास मशीन खराब होने की दी जा रही जानकारी की, वर्तमान स्थिति क्या है? इसके बारे में जानकारी के लिए सदर ब्लाक स्थित बीज वितरण केंद्र प्रभारी सर्वेश सिंह सैनी से फोन पर जानकारी चाही गई लेकिन वह उपलब्ध नहीं हुए।

अवर्षण की मार झेल रहे किसानों को मिल सकती थी बड़ी राहत

बताते चलें कि जिले में जहां धान की खेती का लक्ष्य लगभग 32 हजार हेक्टेअर तय किया गया है। वहीं दलहन और मोटे अन्न की खेती के लिए 15 से 18 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अवर्षण की स्थिति के चलते जिले के लिए इस बार दलहन और श्री अन्न की खेती खासी मुफीद मानी जा रही है। खुद जिला कृषि अधिकारी हरिकृष्ण मिश्र का भी कहना है कि मौजूदा स्थिति में दलहन और मोटे अनाज की खेती किसानों के लिए बेहतर विकल्प है लेकिन जिस तरह से बीज वितरण और दलहन-श्री अन्न की खेती को बढ़ावा देने के लिए आए निःशुल्क किट के वितरण में उदासीनता की स्थिति देखने को मिल रही है, उससे अवर्षण की मार झेल रहे किसानों के लिए खासी मुश्किल की स्थिति दिखाई दे सकती है।

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